ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर लॉकडाउन के दौरान अपना ज्यादातर समय चाइनीज ऐप टिक-टॉक पर बिता रहे हैं। इस दौरान वो भारतीय जनता को लुभाने के लिए कभी बॉलीवुड,टॉलीवुड तो कभी पंजाबी गानों पर धिरकते हुए दिखाई देते हैं, लेकिन हाल ही में LAC पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारत ने टिक-टॉक समेत 59 चाइनीज ऐप पर बैन लगा दिया है।
इस बैन के बाद से ही हर कोई वॉर्नर से उनका रिएक्शन पूछ रहा था। फैन्स के साथ भारतीय ऑफ स्पीनर आर अश्विन ने भी वॉर्नर से ये बात पूछी। अश्विन ने ट्विट करते हुए लिखा था 'अप्पो अनवर?' यह सुपरस्टार अभिनेता रजनीकांत की 1995 की तमिल फिल्म 'बाशा' का डायलोग है जिसका मतलब है अब डेविड वॉर्नर क्या करेंगे।
आखिरकार अब डेविड वॉर्नर ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। डेविड वॉर्नर ने अपनी वीडियो पर एक फैन को कमेंट करते हुए लिखा "हां, वास्तव में ऐसा हो गया है, लेकिन भारत में टिकटॉक बैन होने पर मैं कुछ नहीं कर सकता। यह सरकार का निर्णय है और भारत में लोगों को इसका सम्मान करना होगा।''
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बता दें, LAC पर भारत और चीन के बीच तनाव जारी है। कई दौर की बातचीत के बाद भी चीन सुधरने के नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मोदी सरकार ने चीन के टिकटॉक समेत 59 मोबाइल ऐ पर बैन लगाने का फैसला किया है। भारत में अब VIGo, यूसी ब्राउजर, BIGO Live, WE MEET, शेयर इट, Clash of King समेत कुल 59 चाइनीज मोबाइल एप बैन किए हैं।
आईटी मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा कि उसे विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें मिली हैं, जिनमें एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कुछ मोबाइल ऐप के दुरुपयोग के बारे में कई रिपोर्ट शामिल हैं। इन रिपोर्ट में कहा गया है कि ये एप ‘‘उपयोगकर्ताओं के डेटा को चुराकर, उन्हें भारत के बाहर स्थित सर्वर को अनधिकृत तरीके से भेजते हैं।’’
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बयान में कहा गया, ‘‘भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति शत्रुता रखने वाले तत्वों द्वारा इन आंकड़ों का संकलन, इसकी जांच-पड़ताल और प्रोफाइलिंग, आखिरकार भारत की संप्रभुता और अखंडता पर आधात है, यह बहुत अधिक चिंता का विषय है, जिसके लिए आपातकालीन उपायों की जरूरत है।’’
गृह मंत्रालय के तहत आने वाले भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने इन दुर्भावनापूर्ण एप्स पर व्यापक प्रतिबंध लगाने की सिफारिश भी की थी। बयान में कहा गया है, ‘‘इनके आधार पर और हाल ही में विश्वसनीय सूचनाएं मिलने पर कि ऐसे ऐप भारत की संप्रभुता और अखंडता के लिए खतरा हैं, भारत सरकार ने मोबाइल और गैर-मोबाइल इंटरनेट सक्षम उपकरणों में उपयोग किए जाने वाले कुछ एप के इस्तेमाल को बंद करने का निर्णय लिया है।’’