ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज मार्नस लाबुशैन ने कहा डेविड वार्नर के आने से न सिर्फ बल्लेबाजी में अनुभव आता है बल्कि उनकी ऊर्जा से ऑस्ट्रेलिया को फायदा होता है। बाएं हाथ के बल्लेबाज को भारत के साथ खेले जाने वाले आखिरी के दो टेस्ट मैचों के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल किया गया है। टीम के सहायक कोच एंड्रयू मैक्डोनाल्ड ने गुरुवार को ऐसे संकेत दिए थे कि वार्नर अगर 100 फीसदी फिट भी नहीं होते हैं तो भी वह सिडनी में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में खेल सकते हैं।
शुरुआती दो टेस्ट मैचों में वार्नर नहीं खेले थे। उन्हें ग्रोइन में समस्या थी। 29 नवंबर को सिडनी में खेले गए दूसरे वनडे मैच के दौरान उन्हें चोट लगी थी।
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वार्नर के न रहने से टीम की सलामी बल्लेबाजी कमजोर दिखी है। जोए बर्न्स भी अच्छी फॉर्म में नहीं थे। उन्हें सिडनी और ब्रिस्बेन में होने वाले टेस्ट मैचों के लिए टीम में चुना ही नहीं गया है।
लाबुशैन ने कहा है कि वार्नर के वापस आने से टीम में ऊर्जा आती है।
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उन्होंने कहा, "अगर वह वापस आते हैं तो यह हमारे लिए बड़ी बात होगी। उन्होंने तकरीबन 50 के औसत से 7000 रन बनाए हैं। वह शानदार खिलाड़ी हैं। मुझे लगता है कि वह मैदान पर और टीम में जिस तरह की उर्जा लेकर आते हैं वो शानदार है। उनका टीमें में आना अच्छा है।"
अगर वार्नर खेलते हैं तो उनके साथ विल पुकोवस्की, मार्कस हैरिस या शुरुआती दो मैचों में पारी की शुरुआत करनेवाले मैथ्यू वेड दूसरे सलामी बललेबाज हो सकते हैं।