वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी नस्लभेद के खिलाफ लगातार अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। डैरेन सैमी ने अब आईसीसी के साथ बातचीत में नस्लभेद के मुद्दे पर खुलकर राय रखी है।
डैरेन सैमी ने पिछले महीने अमेरिका में मारे गए अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लायड को याद करते हुए ICC से कहा, "उस पुलिस वाले ने जिस तरह अपने घुटने से उस आदमी का गला घोटा, वो मंजर देखकर मेरी आखों के सामने कई सारे परिदृश्य आ गए। ये दृश्य अपने आप में एक प्रतीक है। मैंने इसे सत्ता में बैठे लोगों के रूप में देखा जो गरीबों और असहायों को सताते हैं, उनका हक मारते हैं।"
उन्होंने कहा, "आप फॉयर ऑफ बेबीलोन देखिए, कैसे थामसन और लिली तेज गेंदबाजी करते थे और वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को चोट पहुंचाते थे। उनकी पसलियां तोड़ते थे। फिर हमने कुछ दिन बाद देखा कि एक ब्लैक टीम क्रिकेट की दुनिया में राज कर रही है। इसके बाद आप देख सकते हैं कि कैसे बाउंसर का नियम लाया गया। ये हमारी सफलता को सीमित करने की कोशिश थी। इस घटना ने नस्लभेद को मुद्दे को फिर से उठाया है जिस पर पूरी क्रिकेट बिरादरी के बीच बात होनी चाहिए।"
गौरतलब है कि पिछले महीने एक पुलिस कर्मी के हाथों अश्वेत अमेरिकी नागरिक जॉर्ड फ्लॉयड की मौत हो गई थी जिसके बाद दुनियाभर में रंगभेद के खिलाफ एक अभियान शुरू हो गया। इस मुद्दे पर वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी ने भी खुलकर अपनी बात रखी थी और आईपीएल के दौरान रंगभेद का शिकार होने का खुलासा किया था। यही नहीं सैमी ने आईसीसी से भी नस्लभेद के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया था।