पाकिस्तान क्रिकेटर शोएब मलिक ने हाल ही में पीसीबी के खिलाफ बड़ा बयान देते हुए कहा था कि टीम में ताल्लुकात के आधार पर चयन होता है। मलिक ने जिम्बाब्वे टूर का उदहारण देते हुए कहा बोला कि इस दौरे पर जब टेस्ट टीम चुनी गई थी तो कप्तान बाबर आजम के सुझावो की अनदेखी की गई थी और कनेक्शन के आधार पर टीम चुनी गई थी। मलिक के इस बयान पर अब पाकिस्तान टीम के पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने सहमति जताई है और कहा है कि इस वजह से ही पाकिस्तान क्रिकेट का स्तर गिर रहा है।
IndiaTV.in से खास बातचीत में दानिश कनेरिया ने कहा "मलिक पाकिस्तान टीम के कप्तान भी रह चुके हैं और वह टीम के सीनियर खिलाड़ी भी हैं। टीम के अंदर जो होता है उन्हें जरूर पता होगा। मलिक भी चाहते हैं कि वो भी टी20 वर्ल्ड कप खेलें और यह उनका आखिरी वर्ल्ड कप भी होगा। पाकिस्तान को उनकी जरूरत भी है क्योंकि बाबर आजम के अलावा उनके पास मिडिल ऑर्डर में कोई बल्लेबाज भी नहीं है।"
दानिश ने आगे कहा "मलिक ने जो बात कही है उससे इनकार नहीं है। बाहर टीवी चैनल पर बैठकर खिलाड़ी पसंद या ना पसंद किए जाते हैं फिर उनकी ही पंसद के सिलेक्टर लगे होते हैं और फिर खिलाड़ियों को सिलेक्ट किया जाता है। इसके बाद कप्तान से कहा जाता है कि आपके पास पूरी पावर है। अगर ऐसे में कोई कप्तान चुप रहता है तो वह लंबे समय तक कप्तानी कर सकता है, लेकिन अगर कोई बोलने वाला कप्तान है तो वह ज्यादा देर तक नहीं टिक पाएगा, चाहे वह बाबर आजम हो या कोई भी हो। पीसीबी में ऐसी चीजें रहती है। इस वजह से पाकिस्तान क्रिकेट नीचे की तरफ जा रहा है।"
पाकिस्तान को बड़ी टीमों के खिलाफ खेलने की है जरूरत
पाकिस्तान ने जिम्बाब्वे को दो टेस्ट मैच की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था, लेकिन इसके बावजूद उनकी टीम आईसीसी रैंकिंग में 5वें स्थान पर है। पाकिस्तान के कई पूर्व खिलाड़ी कह चुके हैं कि उनकी टीम को जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलकर कुछ सीखने को नहीं मिल रहा है। वहीं अब दानिश ने भी कहा है कि अगर पाकिस्तान को अपने क्रिकेट के स्तर बढ़ाना है तो उन्हें भारत की तरह इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी होगी।
इस लेग स्पिनर ने कहा "ये तो पीसीबी को FTP बनाते हुए ध्यान देने की जरूरत है। आईसीसी रैंकिंग में पाकिस्तान 5वें नंबर पर है, वहीं जिम्बाब्वे 10वें स्थान पर है। जिम्बाब्वे क्रिकेट का पुनर्निर्माण हो रहा है और उनके खिलाड़ी उतने भी फिट नहीं दिख रहे है। उनको टेस्ट क्रिकेट कि इतनी समझ भी नहीं है कि कब मारना है और कब रोक कर खेलना है। मेरा भी यही मानना है कि जब तक पाकिस्तान टॉप की टीमों के साथ क्रिकेट नहीं खेलेगी तब तक उनका लेवल यही रहेगा। हम हाल ही में ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड दोनों जगह हारे थे, लेकिन हमें हारने से घबराना नहीं चाहिए।"
इस वजह से है भारत नंबर 1 टेस्ट टीम
दानिश ने इस दौरान भारत के नंबर 1 टेस्ट टीम होने का राज बताते हुए कहा कि टीम इंडिया बड़ी टीमों के खिलाफ खेलती है और उन्हें उन्हीं के घर पर हाराकर आती है। हाल ही में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज में 2-1 से मात दी थी।
दानिश ने कहा "भारत नंबर 1 टेस्ट टीम इसलिए है क्योंकि वह इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ खेलता है और उनको उनके घर में हराकर आता है। इस वजह से भारत का क्रिकेट भी काफी मजबूत है। पाकिस्तान को भी ऐसे बड़ी टीमों के खिलाफ खेलने की जरूरत है। अगर आपको छोटी टीमों के खिलाफ खेलना है तो आप वहां अपनी 'बी' टीम भेजो जिससे आपकी बैंच स्ट्रेंथ भी मजबूत होगी। पाकिस्तान की टीम कई बार जिम्बाब्वे के सामने भी घबरा जाती है और टीम में बदलाव करने से डरती है। पाकिस्तान को अपना माइंड सेट बदलने की जरूरत है, नहीं तो पाकिस्तान क्रिकेट का स्टैंडर्ड और गिरता चला जाएगा।"