नई दिल्ली: जगमोहन डालमिया की अगुआई में बीसीसीआई में नए पदाधिकारी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद में बोर्ड के प्रतिनिधि के रूप में एन श्रीनिवासन को हटाने के लिए जल्द आम सभा की विशेष बैठक (एसजीएम) बुलाने के विकल्प पर विचार कर रहे हैं।
श्रीनिवासन को बाहर करने के फैसले पर पहुंचने के लिए एसजीएम बुलाने की जरूरत पड़ेगी और डालमिया सचिव अनुराग ठाकुर के साथ इस विकल्प पर विचार कर रहे हैं। हालांकि तारीख पर अभी फैसला नहीं हुआ है क्योंकि सदस्यों को तीन हफ्ते का नोटिस देना जरूरी है।
डालमिया धड़े के एक सदस्य ने बताया, 'श्रीनिवासन को बाहर करने के लिए सत्ताधारी गुट को दो तिहाई बहुमत की जरूरत है जोकि 21 इकाइयां हैं। अगर उनके पास 21 मत सुनिश्चित नहीं हैं तो निश्चित तौर पर वे एसजीएम नहीं बुलाएंगे। डालमिया और ठाकुर को सुनिश्चित करना होगा कि उनके पक्ष में 21 वोट हों।' इस तरह की खबरें हैं कि 24 मई को एसजीएम बुलाई जा सकती है जो आईपीएल फाइनल की तारीख भी है। वर्ष 2010 में ललित मोदी को भी आईपीएल तीन के फाइनल के बाद निलंबित किया गया था।
यह जानकारी बीसीसीआई में मचे उस घमासान के बाद सामने आई है जिसमें बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर ने आईसीसी चेयरमैन एन श्रीनिवासन पर हमला करते हुए कहा था कि उन्हें बुकीज से जुड़ी जानकारी अपने परिवार के सदस्यों के साथ साझा करनी चाहिए जिनकी 'बेटिंग में संलिप्तता साबित हो चुकी है।'
ठाकुर का यह बयान आईसीसी द्वारा उन्हें संदिग्ध बुकीज से दूर रहने की सलाह देने के बाद आया था। जिसके बाद अनुराग ठाकुर ने एक खुला पत्र लिखते हुए श्रीनिवासन की आलोचना की थी। हालांकि श्रीनिवासन ने यह स्पष्ट कर दिया था कि वह ठाकुर के साथ किसी भी तरह की शब्दों की जंग में नहीं फंसेंगे और वह उनसे व्यक्तिगत तौर पर इस मामले में बात करेंगे।
आईसीसी के चीफ ऐग्जिक्युटिव डेव रिचड्सर्न ने रविवार को बीसीसीआई प्रेजिडेंट डालमिया को एक पत्र लिखा था जिसमें अनुराग ठाकुर के करण गिलहोत्रा नाम के उस व्यक्ति के साथ फोटो खिंचवाए जाने की जानकारी दी थी, जिसका नाम कथित तौर पर संदिग्ध बुकीज की लिस्ट में है।