कटक: भारत और साउथ इंडिया के बीच यहां दूसरा T20 मैच उस वक्त रोकन पड़ा जब दर्शकों ने टीम इंडिया के ख़राब प्रदर्शन से नाराज़ होकर मैदान पर बोतले फेंकनी शुरु कर दी और खेल करीब आधे घंटे के लिए रोकना पड़ा। उस समय साउथ अफ्रीका का स्कोर 64/3 था और उसे जीतने के लिए सिर्फ़ 29 रनों की और ज़रुरत थी। खेल आधे घंटे के बाद फिर शुरु लेकिन दर्शकों ने फिर हंगाम शरु कर दिया और खिलाड़ी वापस लौट गए। तब साउथ अफ्रीका का स्कोर 70/3 था। अगर खेल नहीं हो पाता है तो DL के अनुसार साउथ अफ्रीका विजेता घोषित हो जाएगी और इस तरह वो तीन मैच की सीरीज़ भी जीत जाएगी। उसने पहला T20 मैच धर्मशाला में जीता था।
टीम इंडिया पहले बैटिंग करते हुए 17.2 ओवर में मात्र 92 रन ही बना सकी। उसके तमाम स्टार बैट्मैन फ़्लॉप हो गए। लेकिन फिर भी दर्शक किसी चमत्कार की उम्मीद में मैदान में डटे रहे। अश्विन ने जिस तरह से अपने चार ओवर के कोटे में तीन विकेट निकाले दर्शकों को लगा कि ईश्वर ने उनकी सुन ली लेकिन फिर पहले मैच के हीरो डूमनी और बहरादीन ने जिस तरह से बैटिंग करनी शुरु उससे दर्शकों की उम्मीदों पर पानी फिरने लगा और वे धैर्य खोकर मैदान पर बोतलें फेंकने लगे।
खेल जब रुका तब डूमनी 16 और बहरादीन 6 रन बनाकर खेल रहे थे।
इसके पहले विश्व कप 1996 में कोलकता में श्रीलंका और भारत के बीच सेमीफ़ाइनल में भी बारत को हारता देख दर्शकों ने हंगाम मचाया था और खेल रोकना पड़ा था। ये मैच भारत हार गया था और श्रीलंका ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर विश्व कप जीता था।