कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरी दुनिया में क्रिकेट आयोजन बंद है। इस महामारी के कारण दुनिया के सभी क्रिकेट बोर्ड पर आर्थिक बोझ बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में वह एक बार फिर से क्रिकेट को बहाल करने के लिए सभी तरह के कोशिशों में जुट गया है। इस बीच क्रिकेट बोर्ड बिना दर्शकों के खाली स्टेडियम में मैच के आयोजन पर विचार कर रहा है।
हालांकि इस पर कई सारे क्रिकेटरों की अपनी अलग-अलग राय है। वहीं इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी इयान बेल ने कहा है कि खाली स्टेडियम में क्रिकेट खेलने की ‘कल्पना करना मुश्किल’ है और यह ‘आदर्श स्थिति नहीं’ है लेकिन निकट भविष्य में खिलाड़ियों को इसकी आदत डालनी होगी।
यह भी पढ़ें- जब बाउंसर से जख्मी हो गए थे स्टीव स्मिथ तो जोफ्रा आर्चर को आ गई थी फिलिप ह्यूज की याद
आपको बता दें कि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने भी अपने देश में सभी तरह के पेशेवर क्रिकेट आयोजन को जुलाई तक के लिए टाल दिया है और गर्मियों में खाली स्टेडियम में मैचों को शुरू करने की योजना बना रही है।
ईसीबी की योजनान पर बेल ने कहा कि दर्शकों के बिना खेलने की कल्पना करना मुश्किल है। बेल ने पीए समाचार एजेंसी से कहा, ‘‘मुझे 2005 में एशेज सीरीज के शानदार लम्हों को देखने का मौका मिला और मैंने माहौल और समर्थ के महत्व को महसूस किया।’’
यह भी पढ़ें- किंग्स इलेवन पंजाब की इन हरकतों से परेशान आकर भागना चाहते थे युवराज सिंह, अब किया खुलासा
उन्होंने कहा, ‘‘आप फ्रेडी फ्लिंटॉफ के एजबस्टन में शानदार स्पैल के बारे में सोचते हो- बिना प्रशंसकों और माहौल के यह कैसा होगा? इसकी कल्पना करना मुश्किल है।’’ बेल ने कहा, ‘‘फैंस के बिना खेलना आदर्श नहीं है, इसमें कोई संदेह नहीं लेकिन ऐसा लगता है कि निकट भविष्य में हमें इसकी आदत डालनी होगी। हमें खेल शुरू करने का प्रयास करना होगा और अगर सभी घर में बैठक मुकाबले देख पाते हैं तो यह शानदार शुरुआत होगी।’’
हाई फाइव, गेंदबाज के बालों को सहलाना, गले मिलना मैदान पर जश्न मनाने के हिस्से हैं और बेल ने कहा कि विजयी लम्हों पर सामाजिक दूरी बरकरार रख पाना आसान नहीं होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘भावना कई बार आप पर हावी हो जाती है और निश्चित तौर पर जब आप ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल रहे हो तो ऐसा होता है। इस समय खुद को काबू में रखना चुनौती होगी। मेरे लिए 2005 में ऐसा करना लगभग असंभव था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काफी भावनात्मक होता है लेकिन खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण होगी और ऐसी चीजों को उन्हें नियंत्रित करना होगा।’’