कोलकाता: श्रीलंका में होने वाली आगामी टी-20 त्रिकोणीय सिरीज़ के लिए भारतीय टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या को आराम दिया गया है. उनकी जगह तमिलनाडु के हरफनमौला खिलाड़ी विजय शंकर को शामिल किया गया है. इतने बड़े खिलाड़ी की जगह लेना अपने आप में दबाव का कारण बन सकता है लेकिन विजय शंकर को इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता. उका कहना है कि उन पर हार्दिक पांड्या की जगह खेलने का कोई दवाब नहीं हैं.
शंकर की क्या एहमियत है इसका अंदाज़ा इस बात से लगया जा सकता है कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली इस बात को स्पष्ट कर चुके हैं कि टीम प्रबंधन 27 वर्षीय शंकर को पांड्या के बैक-अप के रूप में आगे बढ़ाना चाहता है. हार्दिक पंड्या का साउथ अफ़्रीका में प्रदर्शन औसत था और अगर शंकर श्रीलंका में कामयाब हो जाते हैं तो प्ंड्या पर ख़तरा मंडरा सकता है.
शंकर ने आईएएनएस को बताया, "मैं इसे ज्यादा महत्व नहीं देता. मैदान पर क़दम रखते ही दवाब बना रहता है. आपको संयम के साथ वैसा ही खेलने की जरुरत होती है जैसा आप हर जगह खेलते हैं."
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की निलामी में दिल्ली डेयरडेविल्स द्वारा 3.2 करोड़ रुपये में ख़रीदे जाने वाले शंकर का मानना है कि भारतीय टीम का हर खिलाड़ी विशेष है और उन्हें हर खिलाड़ी से बहुत कुछ सीखने की जरुरत है.
शंकर ने कहा, "हर खिलाड़ी के पास टीम को देने के लिए कुछ विशेष है। एक क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में हम हर किसी से सीख सकते हैं और इसका मतलब किसी से तुलना करना नहीं है."
शंकर ने घरेलू क्रिकेट में भी शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, "मैं घरेलू क्रिकेट को बहुत महत्वपूर्ण स्तर मानता हूं क्योंकि जब भी मैं अच्छा करता हूं तब मुझे अगले स्तर पर जाने का भरोसा मिलता है. इसलिए, घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करना मेरे लिए महत्वपूर्ण है."
हरफनमौला खिलाड़ी शंकर अपने कोच एस. बालाजी के साथ पिछले कुछ माह से अभ्यास करे रहे हैं.
उन्होंने कहा, "मैंने अपने कोच के साथ अभ्यास किया और कुछ चीजों पर काम किया। मैं नहीं समझता कि मुझे कुछ अलग करने की जरूरत है. मेरे लिए यह जरूरी है कि जो मैं कर रहा हूं उसे जारी रखूं."
विश्व कप के लिए टीम में शामिल होने के प्रश्न पर शंकर ने कहा, "मैं इस बारे में ज्यादा सोचकर अपने उपर ज्यादा दबाव नहीं बना रहा. मैं विश्व कप और किसी अन्य चीज के बारे में अभी नहीं सोच रहा."
शंकर ने सीरीज से पहले मानसिक रूप से तैयारी करने के बारे में कहा, "मानसिक रूप से मैं खेल के बारे में बहुत सोचता हूं. मैं हर मैच देखता हूं और इससे मुझे विभिन्न परिस्थितियों के अनुकूल रहने में मदद मिलती है."
शंकर ने कहा, "मानसिक रूप से मुझे चुनौती के लिए तैयार रहना चाहिए."
त्रिकोणीय टी-20 सीरीज में भारत का पहला मुकाबला छह मार्च को श्रीलंका से होगा।