भारतीय घरेलू क्रिकेट के दिग्गज तेज गेंदबाज आर विनय कुमार ने 15 साल बाद कर्नाटक क्रिकेट छोड़कर एक खिलाड़ी और मेंटर के रूप में पुडुचेरी से जुड़ने का फैसला किया है। 35 वर्षीय खिलाड़ी ने सोमवार रात एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में ये ऐलान किया। विनय कुमार ने कहा कि यह निर्णय राज्य के युवा खिलाड़ियों के लिए रास्ता बनाने की इच्छा से प्रेरित है।
उन्होंने कहा, "कर्नाटक क्रिकेट के साथ एक शानदार सफर रहा। मेरे लिए युवाओं को मौका देने के लिए ये उचित समय है। मुझे याद है कि वेंकटेश प्रसाद ने मेरे लिए एक रास्ता बनाया था जब मैं 21 वर्षीय के रूप में टीम में आया था। अब मेरे लिए ऐसा ही करने का समय है। मैं निश्चित रूप से कर्नाटक के लिए अपने क्रिकेट और अपनी फिटनेस को देखते हुए कुछ और साल खेल सकता हूं, लेकिन मैं बड़े परिदृश्य में देख रहा हूं।"
विनय कुमार ने 2004-05 सीजन में कर्नाटक की ओर से फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था। तब से अब तक कुमार फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 23.53 की औसत से 459 विकेट ले चुके हैं जो रणजी में सबसे ज्यादा विकेट का रिकॉर्ड है। विनय ने 130 फर्स्ट क्लास मैच में 3025 रन भी बनाए हैं, जिसमें 2 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं।
कर्नाटक को लगातार दो सीजन 2013-14 और 2014-15 में रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी और ईरानी कप जिताने में विनय कुमार की अहम भूमिका रही। रणजी के 2007-08 सीजन में वह सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामलें में दूसरे नंबर पर रहे। इसके बाद 2009-10 सीजन में 46 विकेट लेकर कर्नाटक को 11 साल बाद रणजी के फाइनल में पहुंचाया।
विनय कुमार टीम इंडिया की ओर से 31 वनडे मैचों में 38 विकेट और 9 टी-20 मैचों में 10 विकेट ले चुके हैं। हालांकि भारत के लिए उन्हें सिर्फ 1 टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला। टीम इंडिया की ओर से उन्होंने आखिरी मैच 2 नवंबर 2013 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु में खेला था।