ब्रिस्बेन| कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में खेल गतिविधियों पर रोक लगी हुई है जिससे खेल जगत को काफी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में कई फुटबॉल क्लब और टीमें अपने खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ के वेतन में कटौती कर रही है ताकि इस वित्तीय घाटे को कम किया जा सके। हालांकि कुछ लोग अब भी इस कटौती के पक्ष में नहीं है।
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट संस्था के सीईओ ने वेतन कटौती करने के फैसले का बचाव किया है। क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) के सीईओ केविन रोबर्ट्स ने बोर्ड को भारी नुकसान से बचाने और वित्तीय तौर पर संतुलित बनाए रखने के लिए वेतन कटौती को जरूरी बताया है।
रोबर्ट्स ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से कहा, "कोरोनावायरस से पहले ही हम अनुमान लगा रहे थे कि इस साल सितंबर की शुरुआत तक हमारा नगद और निवेश घट कर 4 करोड़ डालर पर आ जाएगा।" उन्होंने कहा, "दुर्भाग्यपूर्ण सच्चाई यह है कि हम यह मान कर चल रहे थे कि अभी तक हमने दो करोड़ का नुकसान झेल लिया है। हमें यह मानना पड़ेगा कि नुकसान इस दो करोड़ डॉलर से ज्यादा का होगा।"
उन्होंने कहा, "अगर आप सिर्फ इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि इससे खासकर अंतर्राष्ट्रीय सत्र प्रभावित हुआ है, तो बता दूं हमारे सामने करोड़ों डालर का मुद्दा है।"
ऑस्ट्रेलिया को इसी साल अक्टूबर-नवंबर में आईसीसी टी-20 विश्व कप की मेजबानी करनी है, लेकिन कोविड-19 के कारण जो हालात हैं, उसके कारण इस विश्व कप का भविष्य अधर में लटका है। इसलिए उनके लिए भारत का आस्ट्रेलियाई दौरा मैदान के अंदर ही नहीं मैदान के बाहर भी खासी अहमियत रखता है। सीईओ ने कहा, "नगद और निवेश भारतीय टीम के दौरे से जल्दी अच्छी स्थिति में होगा, तकरीबन 100 मिलियन और यह हमारे मार्च के अंत के आंकड़े के बराबर है।"