कोरोना महामारी के कारण जहां सभी प्रकार के खेलों पर रोक लगी हुई हैं वहीं सभी खिलाड़ी घर पर भी बैठे हुए हैं। हलांकि इसी बीच इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ( ईसीबी ) ने सबसे पहले गेंदबाजों को ट्रेनिंग के लिए मैदान में उतारा। जिसके चलते वो जुलाई में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखन के मकसद से मैदानों में अभ्यास करने लगे हैं। वहीं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और बल्लेबाज केविन पीटरसन को लगता है कि इस मजबूरी के ब्रेक के कारण कुछ खिलाड़ियों का करियर बढ़ सकता है।
मार्च के मध्य से ही इस महामारी के कारण पूरा विश्व थम सा गया है और खेल गतिविधियां बंद हैं। जिस पर पीटरसन ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, "मुझे लगता है कि इस मजबूरी के ब्रेक के कारण न जाने कितने महिला एवं पुरुष खिलाड़ियों के करियर बढ़ गए हैं। दबाव से मानसिक छुट्टी उन्हें खेल से दोबारा प्यार करने में उनकी मदद करेगी और यह देखना दिलचस्प होगा।"
गौरतलब है कि इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ( ईसीबी ) जुलाई के पहले सप्ताह में वेस्टइंडीज की मेजबानी के लिए तैयारी कर रहा है। वहीं वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने भी इस बारे में सकरात्मक संकेत देने शुरू कर दिए हैं। इस तरह वेस्टइंडीज टीम 8 जुलाई से इंग्लैंड के खिलाफ उसके घर में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेल सकती है।
जिसके लिए पिछले सप्ताह से इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के खिलाड़ी ट्रेनिंग के लिए मैदान पर उतर आए हैं। इस तरह इंग्लैंड ऐसा पहला देश बना जिसके क्रिकेट खिलाड़ी कोरोना महामारी के बीच ट्रेनिंग करने मैदान में उतरे। जिस पर बोर्ड का कहना था कि वो सभी वेन्यु का इस्तेमाल खिलाड़ियों की व्यक्तिगत ट्रेनिंग के लिए करेंगे। जिसके चलते हम उन्हें पूरी तरह से सुरक्षति माहौल दे सके। इस ट्रेनिंग में सबसे पहले इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों जैसे कि जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।
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वहीं भारत में कोरोना के केस 1 लाख से उपर बढ़ते कोरोना वायरस केस के कारण 29 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल 2020 को बीसीसीआई ने पहले 15 अप्रैल तक स्थगित किया था। जिसके बाद भी स्थिति ना सुधरने के कारण अब इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। ऐसे में बीसीसीआई अब सितंबर माह से नवंबर माह के बीच आईपीएल को शुरू करने पर विचार कर रही है।