भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले टी-20 मुकाबले में कनकशन सब्सीटियूट सको लेकर नया बखेरा हो सकता है। पहले टी-20 में रवींद्र जडेजा के कनकशन सब्सीटियूट से ऑस्ट्रेलियाई टीम निराश नहीं हैं लेकिन उनका मुख्य मुद्दा यह है कि बदला हुआ खिलाड़ी जडेजा की तरह ही होना चाहिए था यानी एक ऑलराउंडर न कि लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल। चहल ने चार ओवरों में 25 रन देकर तीन विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच चुने गए और भारत को पहला टी-20 मैच जिताने में मदद की।
उन्होंने एरॉन फिंच, स्टीव स्मिथ और मैथ्यू वेड के विकेट लिए। जडेजा को मैच की पहली पारी के आखिरी ओवर में मिशेल स्टार्क की गेंद हेलमेट पर लग गई थी। इसी कारण चहल उनके स्थान पर कनकशन खिलाड़ी के तरह आए थे।
यह भी पढ़ें- कनकशन विकल्प पर अब हेनरिक्स ने उठाए सावल, जडेजा की चहल के खेलने पर कह दी यह बड़ी बात
इससे पहले हालांकि जडेजा लंगड़ा रहे थे और 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर उन्होंने ब्रेक भी लिया था।
ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर खिलाड़ी मोइजेज हेनरिक्स ने कहा कि उनकी टीम को कनकशन सब्सीटियूट से परेशानी नहीं है, लेकिन उनका मुद्दा यह है कि ऑलराउंडर जडेजा की जगह चहल सही विकल्प नहीं थे।
मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, "मेरे लिए समान विकल्प एक ऑलराउंडर होता, या एक शानदार फील्डर। जो मैदान पर आया वो एक गेंदबाज था जो 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करता है। यह मेरे नजरिए में इकलौती चीज है। इसका मांसपेशियों में खिंचाव से लेना देना नहीं है। मैं समान विकल्प देखना चाहता था।"
यह भी पढ़ें- AUS vs IND 1st T20I : फिंच ने गेंदबाजों पर फोड़ा हार का ठीकरा, जडेजा के कन्कशन पर दिया बड़ा बयान
उन्होंने कहा, "कनकशन ठीक था। अगर खिलाड़ी को सिर में गेंद लगी है तो और अगर डॉक्टर को लगता है कि खिलाड़ी को बदलना चाहिए तो यह ठीक है। लेकिन यह बदलाव समान तरह का होना चाहिए। मेरे लिए यही एक चीज है।"
चहल के मैदान पर आने से ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर और कप्तान एरॉन फिंच काफी निराश थे। दूसरी पारी की शुरुआत से पहले मैच रैफरी डेविड बून से बात करते हुए इन दोनों को निराश देखा जा सकता था।