वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर माइकल होल्डिंग ने भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की जमकर तारीफ की और कहा कि उनकी सटीक लाइन और लैंथ उन्हें बल्लेबाजों के लिए मुश्किल गेंदबाज बनाती है। होल्डिंग ने यह भी बताया कि शमी अपने साथी गेंदबाजों की तरह तेज नहीं होने के बावजूद अपने विरोधियों को कैसे छकाने में सफल होते हैं। होल्डिंग के मुताबिक, शमी ज्यादा खबा गेंदें नहीं फेंकते हैं और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए लगातार सही एरिया में गेंद को पिच करने की काबिलियत रखते हैं।
होल्डिंग ने सोनी टेन पिट स्टॉप शो पर कहा, "गति होना महत्वपूर्ण है, लेकिन आपको नियंत्रण भी प्राप्त करना होगा। शमी बहुत लंबा नहीं है ... बहुत तेज नहीं है ... लेकिन ठीक-ठाक तेज है। और उसके पास नियंत्रण है और वह गेंद को घुमाना जानता है।"
उन्होंने कहा, "आपको शमी पिच पर जगह-जगह गेंद करता हुआ नजर नहीं आएगाा। जब आप गेंद को पिच पर अलग-अलग जगह फेंकते हैं, तो बल्लेबाजों को राहत मिलती है और वह आसानी से उन पर शॉट खेलने में कामयाब हो जाते हैं।"
होल्डिंग ने कहा, "यदि आप सही एरिया में लगातार (गेंदबाजी) कर रहे हैं, तो इससे बल्लेबाजों पर ज्यादा से ज्यादा दबाव बनता है और उससे बल्लेबाज गलतियां करने के लिए मजबूर हो जाता है। इसलिए यह शमी की असली ताकत है।"
इससे पहले मोहम्मद शमी IANS से बातचीत में कहा था, "मेरी कोशिश रहती है कि मेरी गति 140 किलोमीटर प्रति घंटे के नीचे नहीं जाए, लेकिन मेरा ध्यान सीम और स्विंग पर होता है। मैं कोशिश करता हूं कि मैं दो चीजें सही तरीके से कर सकूं। मैं अपनी फिजिकल स्ट्रेंथ के चलते ऐसा सुनिश्चित करने की कोशिश करता हूं और आप इस पर स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के तहत काम कर सकते हैं। लेकिन मैंने हमेशा सीम और स्विंग को प्राथमिकता दी है और कभी उन्हें बैकसीट पर जाने नहीं दिया।"
उन्होंने आगे कहा, "जैसे-जैसे आप खेलते जाते हैं, आप काफी सारी चीजें सीखते हैं। यह एक प्रक्रिया के बाद दूसरी प्रक्रिया पर जाने की बात है। इसलिए जब आप एक चीज में मास्टर हो जाते हैं तो फिर इसके बाद दूसरी चीज पर ध्यान देते हैं। शुरुआत में मुझे रिवर्स स्विंग को लेकर कोई आइडिया नहीं था, लेकिन धीरे-धीरे मैं इसे समझ गया कि यह कैसे होती है और कैसे काम करती है। इसके बाद मैंने इस पर काम करना शुरू किया क्योंकि आप इसे लेकर पैदा नहीं होते हो। ऐसा नहीं है कि मैं भगवान से इसे लेकर आया हूं। मैंने इस पर कड़ी मेहनत की है।"
(With IANS inputs)