कोलंबो: श्रीलंका और भारत के बीच कोलंबो में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में ओपनिंग बल्लेबाज़ के. एल. राहुल ने अर्धशतक जमाकर एक ऐसा कमाल अपने नाम दर्ज करवा लिया जो सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली भी नहीं कर पाए थे। ये राहुल के टेस्ट करियर की 8वीं हॉफ सेंचुरी है।अर्धशतक लगाते ही राहुल ने अपने नाम एक ऐसी उपलब्धि दर्ज कर ली जो वर्ल्ड क्रिकेट में कम ही खिलाड़ी कर पाते हैं।
राहुल ने टेस्ट करियर की 8वीं फिफ्टी हो में से 6 अर्धशतक लगातार लगाए हैं। पिछली 6 टेस्ट पारियों में उन्होंने हर बार पचास का आंकड़ा छूआ है। इस पारी में फिफ्टी लगाते ही उन्होंने लगातार छठी हॉफ सेंचुरी लगाने का कमाल कर दिखाया। इसी के साथ वो राहुल द्रविड़ और गुंडप्पा विश्वनाथ के साथ ये कमाल करने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी भी बन गए। इसमें दिलचस्प बात ये है कि ये तीनों ही धुरंधर खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक की टीम से खेले हैं।
इस पारी में लोकेश राहुल ने 82 गेंदों का सामना किया और 57 रन बनाकर रन आउट हो गए। उनके बल्ले से 7 चौके निकले, लेकिन पुजारा के साथ गलतफहमी के चलते राहुल रन आउट हो गए।
लोकेश राहुल गॉल में खेले गए पहले टेस्ट मैच में वायरल बुखार की वजह से नहीं खेल पाए थे। राहुल के स्थान पर अभिनव मुकुंद को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था, लेकिन कोलंबो टेस्ट में जैसे ही उन्हें एक बार फिर से मैदान पर उतरने का मौका मिला, उन्होंने श्रीलंकाई गेंदबाज़ों की खबर लेते हुए अर्धशतक जमाने के साथ-साथ ये बड़ी उपलब्धि भी अपने नाम दर्ज करा ली।