नई दिल्ली। करूण नायर को इंग्लैंड में एक भी मैच नहीं दिया गया था और इसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट मैचों के लिये चुनी टीम से उन्हें शामिल नहीं करने के फैसले से लोग काफी नाराज हैं, लेकिन मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने सोमवार को कहा कि इस खिलाड़ी को इस निर्णय के कारणों के बारे में बता दिया गया है।
प्रसाद ने सोमवार को कहा, ‘‘मैंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट टीम के चयन के बाद खुद तुरंत करूण से बात की और उन्हें वापसी करने के तरीके के बारे में बताया। चयन समिति संवाद प्रक्रिया के बारे में बहुत स्पष्ट है। ’’
टेस्ट में भारत के लिए तिहरा शतक जड़ने वाले दूसरे खिलाड़ी करूण को इंग्लैंड सीरीज के लिए भारतीय टीम में जगह मिली थी, लेकिन अंतिम दो टेस्ट के लिए जब टीम में बदलाव किया गया तो हनुमा विहारी को मौका मिला जो मुकाबले में खेले और अपने अर्धशतक और स्पिन गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया।
सभी ऐसा मानते हैं कि भारतीय टीम प्रबंधन टेस्ट टीम में करूण को शामिल करने से खुश नहीं है।
करूण ने हाल में कहा था कि न तो टीम प्रबंधन और न ही चयनकर्ताओं ने उनसे बातचीत की।
हालांकि प्रसाद ने कहा कि करूण को साफ तौर पर बताया गया था कि ऐसा फैसला क्यों लिया गया था।
पूर्व भारतीय विकेटकीपर ने कहा, ‘‘संवाद हमेशा इस समिति का मजबूत पक्ष रहा है। किसी भी खिलाड़ी को दुखद खबर देना सचमुच काफी मुश्किल होता है। आपके पास उन्हें बाहर रखने के स्पष्ट कारण होना चाहिए, हालांकि वे शायद इससे सहमत नहीं हों।’’
प्रसाद ने बताया कि उनके साथी देवांग गांधी ने इंग्लैंड में इस मध्यक्रम बल्लेबाज से बात की थी, जब उसे अंतिम एकादश में नहीं चुना गया था।
प्रसाद ने कहा, ‘‘मेरे साथी देवांग गांधी ने इंग्लैंड में करूण नायर से लंबी बात की थी ताकि वह प्रोत्साहित बना रहे और उसे मौके का इंतजार करने को कहा।’’
यह पूछने पर कि करूण के लिये ऐसा करने के लिये क्या तरीका है तो प्रसाद ने कहा, ‘‘उसे रणजी ट्राफी में रन बनाना जारी रखना होगा और आगे जो भी भारत ए की सीरीज होगी, उसमें अच्छा खेलना बरकरार रखना होगा। वह टेस्ट क्रिकेट के लिये भविष्य की योजनाओं में शामिल है। इस समय हमने उसे घरेलू और भारत ए के मैचों में प्रदर्शन करने पर ध्यान लगाने की सलाह दी है। ’’