श्रीलंका के ख़िलाफ़ खेले जा रहे दूसरे T-20 मैच में कप्तान रोहित शर्मा ने ग़ज़ब की बैटिंग करते हुए ना केवल शानदार 118 रन बनाकर सबसे तेज़ शतक लगाकर डेविड मिलर की बराबरी की बल्कि बेहतरीन कप्तानी का उदाहारण भी पेश किया।
दरअसल जब तूफानी शतक लगाने के बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा आउट हुए थे चारों तरफ तालियों का शोर था लेकिन टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री के मन में इस बात को लेकर उलझन थी कि अब किसे भेजा जाए और इस बात को उन्होंने मैदान में शतक मारकर आउट हो चुके रोहित शर्मा की तरफ पहले संकेत कर दोनों हाथ उपर उठाकर पूछा कि अब किसे बल्लेबॉजी के लिए भेजा जाए ? इस पर रोहित शर्मा ने अपने दोनों ग्लव्ज़ को जोड़कर जवाब दिया यानी टीम इंडिया के विकेट कीपर महेन्द्र सिंह धोनी को बल्लेबॉजी के लिए भेजा जाए। कोच रवि शास्त्री और कप्तान रोहित शर्मा के इस तालमेल को समझा जा सकता है।
रोहित शर्मा के आउट होने के बाद टीम इंडिया के विकेट कीपर एमएस धोनी बैटिंग करने के लिए आए। गौरतलब है कि इससे पहले पहले टी 20 मैच में भी रोहित शर्मा ने एमएस धोनी को प्रमोट करके नंबर 4 पर बल्लेबॉजी के लिए भेजा था और धोनी ने बेहतरीन स्ट्राइक रेट के साथ रन बनाकर उनके फैसले को सही साबित किया था।
दरअसल रविशास्त्री भी जब से कोच बनें है महेन्द्र सिंह धोनी को जल्दी बैटिंग का मौका देना पसंद कर रहे हैं और उनको खुलकर खेलने का अवसर देना चाहते हैं और ऐसा ही कुछ वर्तमान कप्तान रोहित शर्मा भी सोच रहे हैं और कोच और कप्तान के इसी तालमेल का नतीजा है कि धोनी कभी नंबर 4 तो कभी नंबर 3 पर बल्लेबॉजी के लिए आ रहे हैं।