टीम इंडिया की नई दीवार चेतेश्वर पुजारा आज अपना 31वां जन्मदिन मना रहे हैं। हाल ही में ऑस्ट्रलिया के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाकर पुजारा टीम इंडिया की जीत के सबसे बड़े हीरो बने थे। पुजारा ने इस सीरीज के चार टेस्ट मैचों में तीन शतक और एक अर्धशतक की मदद से 521 रन बनाए और 'मैन ऑफ द सीरीज' का खिताब अपने नाम किया।
1- 5 जनवरी, 1988 को गुजरात के राजकोट में जन्मे पुजारा को क्रिकेट विरासत में मिला। उनके पिता और चाचा सौराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफी में खेल चुके हैं और उन्होंने अपने पिता से क्रिकेट के गुर सीखे।
2- चेतेश्वर पुजारा को बचपन में भी टेनिस बॉल से खेलने की अनुमति नहीं थी। उनके पिता अरविंद पुजारा का कहना था कि टेनिस बॉल का बाउंस लेदर बॉल से अलग होता है, इसलिए टेनिस बॉल से खेलने से पुजारा का गेम खराब हो सकता है।
3- पुजारा ने महज 17 साल की उम्र में अपनी मां को खो दिया था। साल 2005 में कैंसर की वजह से उनकी मां का देहान्त हो गया था। जब उनकी मां की मौत हुई थी तब वो क्रिकेट मैच खेल रहे थे। अपनी मां की मौत के 5 साल बाद पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था।
4- आपको ये जानकर हैरानी होगी कि पुजारा को होली, दीवाली यहां तक गरबा खेलने की भी इजाजत नहीं थी। जीं हां पुजारा ने खुद खुलासा करते हुए बतायि कि उन्हें होली इसलिए नहीं खेलने दी जाती थी कि कहीं रंग से उनकी आंखें खराब ना हो जाएं। दिवाली में पटाखे नहीं फोड़ने दिए जाते थे, क्योंकि उनके पिता को डर था कि कहीं पटाखों से उनका हाथ ना जल जाए या फिर कोई चोट न लग जाए। गरबा भी खेलने की इजाजत नहीं थी वो सिर्फ गरबा देख सकते थे।
5- पुजारा ने 2013 में पूजा पाबरी के साथ शादी की थी। पुजारा और पूजा की शादी अरेंज मैरिज है। दोनों की शादी के बारे में पुजारा के पिता अरविंद पुजारा ने एक बार कहा था कि ''वह पूजा को पहले मिल चुके थे। उन्होंने उसे पहले ही चतेश्वर के लिए पसंद कर लिया था। जब मां नहीं रही तो पुजारा अकेले रहने लगे, ऐसे में पूजा से बेहतर उन्हें कोई संभाल नहीं सकता था। पूजा ने यह जिम्मेदारी भी बखूबी निभाई।''
आपको बता दें टेस्ट क्रिकेट में पुजारा ने 68 मैचों में 51.19 की औसत से 5426 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 18 शतक और 20 अर्द्धशतक भी निकले हैं। पुजारा के नाम तीन दोहरे शतक हैं।