भारतीय टेस्ट टीम की दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी शानदार बल्लेबाजी से सभी का दिल जीता। ब्रिसबेन में खेल गये चौथे टेस्ट मैच में तमाम बाउंसर गेंदों को शरीर पर झेलने के बाद भी घायल पुजारा ने मैदान नहीं छोड़ा और टीम इंडिया की जीत में अहम 56 रनों का योगदान दिया था। जिसकी मदद से टीम इंडिया विकेट बचाने में नाकाम रही और अंत में जाकर तेजी से बल्लेबाजी कर जीत दर्ज कर सकी। जबकि 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में पुजारा ने 900 से अधिक ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों की तेज रफ्तार गेंदों का सामना भी किया।
इस तरह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 196 गेंदों में अपने करियर की सबसे धीमी टेस्ट फिफ्टी जड़ने वाले पुजारा का मानना है कि वो टीम इंडिया के लिए अभी भी वनडे क्रिकेट खेलना चाहते हैं। जिसके बारे में उन्होंने स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत में कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं है कि मुझे अब भी टीम इंडिया के लिए सफेद गेंद से खेलने की आकांक्षा है।"
वहीं पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बारे में आगे कहा, "लॉकडाउन के बाद मैंने कोई मैच प्रैक्टिस नहीं की थी। ऐसे में सीधा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना और बल्लेबाजी करना थोडा मुश्किल लग रहा था। ऐसे में अगर कोरोना ना होता तो मुझे कुछ फर्स्ट क्लास मैच तो खेलने को मिल ही जाते। जिससे मुझे फायदा होता।"
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पुजारा ने आगे कहा, "हालांकि कोरोना लॉकडाउन के चलते कोई भी फर्स्ट क्लास मैच नहीं हुआ था। मैंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले सिर्फ एक अभ्यास मैच खेला था। इस तरह अच्छी शुरुआत करने के बावजूद आपको लय पाने में थोडा समय लगता है। इस तरह कुछ एक - आध टेस्ट मैच खेलने के बाद मेरी लय वापस आ गयी थी। जिससे मुझे आगे खेलने में काफी आसानी हुई।"
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बता दें कि पुजारा अब इंग्लैंड के खिलाफ 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में खेलते दिखाई देंगे। जिसकी शुरुआत 5 फरवरी को चेन्नई के मैदान से होगी। इंग्लैंड इस दौरे पर 4 टेस्ट, 5टी20 और 3 वनडे मैचों की सीरीज खेलेगी।