टीम इंडिया की दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने बॉक्सिंग डे टेस्ट की पहली पारी में शतक जड़कर ना सिर्फ टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में पहुंचाया बल्कि कंगारू गेंदबाजों की सारी रणनीति भी उनके आगे धरी की धरी रह गई। पहले दिन अर्धशतक जड़ने वाले पुजारा दूसरे दिन भी अंगद की तरह की तरह क्रीज पर डटे रहे। पुजारा ने 114वें ओवर की पहली गेंद पर नाथन लॉयन पर चौका मार टेस्ट में अपना 17वां शतक पूरा किया। ये ऑस्ट्रेलिया में पुजारा का दूसरा टेस्ट शतक है।
गांगुली को छोड़ा पीछे, लक्ष्मण की बराबरी की
इसी के साथ पुजारा टेस्ट में शतकों के मामलों में भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को पीछे छोड़ दिया है। सौरव के टेस्ट में 16 शतक हैं। पुजारा ने टेस्ट में शतकों के मामले में भारत के वीवीएस लक्ष्मण की बराबरी कर ली है। लक्ष्मण के भी टेस्ट में 17 शतक हैं।
तीसरा सबसे धीमा टेस्ट शतक
पुजारा ने 280 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। इस दौरान उनके बल्ले से 10 चौके भी निकले। पुजारा की ओर से शतक पूरा करने में ली गई यह सबसे ज्यादा गेंदें रहीं। इससे पहले उन्होंने साल 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई में 248 गेंदों पर शतक पूरा किया था। वहीं, पुजारा भारत के लिए सबसे धीमा टेस्ट शतक बनाने वाले तीसरे बल्लेबाज बने। उनसे पहले रवि शास्त्री ने 1992 में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में 307 गेंदों में टेस्ट शतक जड़ा था। जबकि सुनील गावस्कर ने 1985 में एडिलेड में 286 गेंदों में अपने टेस्ट सेंचुरी लगाई थी।
पहले सेशन का खेल पूरी तरह से भारतीय बल्लेबाजों के नाम रहा। इस दौरान पुजारा और विराट की जोड़ी ने 28 ओवर में 62 रन जोड़े। सबसे बड़ी बात रही है कि इस दौरान टीम ने कोई विकेट नहीं गंवाया। लंच के समय टीम इंडिया का स्कोर दो विकेट खोकर 277 रन था।