भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने भारतीय टीम को ऐसे क्षण से बाहर निकाला जहां टीम काफी मुश्किलों में थी। मैच के पहले दिन गुरुवार को विकेटों के पतझड़ के बीच एक छोर संभाले रहते हुए शतक लगाने वाले पुजारा की 123 रनों की पारी के दम पर भारत 250 का स्कोर खड़ा करने में सफल रहा।
अक्सर कहा जाता है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच में काफी गर्माहट रहती है। हालांकि दोनों टीमों के बीच होने वाली स्लेजिंग का फर्क चेतेशवर पुजारा पर नहीं पड़ता है। खुद पुजारा ने पहले दिन के खेल के बाद कहा कि अगर उन्हें कोई स्लेज करता है तो उन पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता। यही नहीं पुजारा ने आगे कहा कि इससे उन्हें मोटीवेशन मिलती है। अपनी 246 गेंदों में 123 रनों की बेहद ही खूबसूरत पारी के दौरान पुजारा काफी सजग दिखे। पुजारा ने पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "जब मैं बल्लेबाजी कर रहा होता हूं तो चाहें विरोधी टीम मुझे कितना भी स्लेज करे मुझे इससे परेशानी नहीं होती है। बल्कि उनके स्लेज करने से मुझे मोटीवेशन मिलता है और रन बनाने का।"
भारत ने एक समय 41 रनों पर ही अपने चार शुरुआती बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे लेकिन पुजारा ने रोहित शर्मा (37), ऋषभ पंत (25) और रविचंद्रन अश्विन (25) के साथ मिलकर न सिर्फ भारतीय पारी को मुश्किल से निकाला बल्कि सम्मानजनक स्कोर की ओर अग्रसर किया। हालांकि भारतीय बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन पर पुजारा ने उनकी बैटिंग को दोष नहीं दिया। उन्होंने कहा कि पिच गेंदबाजों के अनुकूल थी।
उन्होंने कहा, "मैं कहूंगा कि यह अच्छा स्कोर है क्योंकि विकेट में अच्छी खासी स्पिन है। हमारे पास अश्विन हैं। यह बल्लेबाजी के लिए आसान विकेट नहीं है। पहले दो सत्रों में मैं गेंदबाजी कर रहा था तो पता चला कि यह बल्लेबाजी के लिए आसान विकेट नहीं है। मैं गेंदबाजों से अपना अनुभव साझा करूंगा।"