भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी टेस्ट मैच की पहली इनिंग में 123 रनों की दमदार पारी खेलकर चेतेश्वर पुजारा पूरी टीम के लिए उदहारण बन गए हैं। पुजारा ने पहली पारी में काफी जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की और टीम का स्कोर 250 तक पहुंचाया। दूसरी पारी में भी पुजारा कुछ इसी तरह से बल्लेबाजी कर रहे हैं। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक पुजारा 40 रन बनाकर नाबाद है।
तीसरे दिन के दौरान पुजारा को अंपायरों ने दो बार आउट करार दिया, लेकिन डीआरएस की मदद से पुजारा को दो बार जीवन दान मिला। अगर डिआरएस ना होता तो पुजारा आउट हो चुके होते और दिन का खेल खत्म होने तक भारत के 3 नहीं बल्कि 4 या उससे अधिक विकेट गिर गए होते। आइए जानते हैं कैसे अंपायर ने पुजारा को दो बार दिया था आउट
पारी के 24वें ओवर पर पुजारा नाथन लायन की गेंद को रोक रहे थे और बल्ले से धोड़ी दूरी से गेंद विकेटकीपर टिम पेन का दस्तानों में गई। नाथन लायन समेत ऑस्ट्रेलिया के सभी खिलाड़ियों ने अपील की और अंपायरने पुजारा को आउट करार दिया। पुजारा ने तुरंत डीआरएस का इस्तेमाल किया और थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉट आउट करार दिया। पुजारा उस समय 8 रन पर थे।
इसके बाद 40वें ओवर में नाथन लायन की ही गेंद को आगे निकल कर डिफेंस करने के प्रयास में गेंद पुजारा के पैड पर लगई जिसपर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने एलबीडब्लू की अपील की और अंपायर ने एक बार फिर उन्हें आउट दिया। पुजारा ने इस बार भी डीआरएस का इस्तेमाल करने में देर नहीं की और अंपायर ने इस बार भी उन्हें नॉट आउट करार दिया।
इस तरह पुजारा दो बार आउट देने के बाद भी तीसरे दिन के अंत 40 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।