भारतीय क्रिकेट टीम की नई दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने कर्नाटक के खिलाफ खेलते हुए अपने फर्स्ट क्लास करियर का 13वां दोहरा शतक ठोक दिया है। पुजारा ने अपनी पारी में 390 गेंदें खेलते हुए 248 रन की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 24 छक्के और 1 छक्का लगाया। पुजारा ने तीसरे विकेट के लिए शेल्डन जैक्सन (161) के साथ मिलकर 394 रन की साझेदारी भी की।
पुजारा फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पहले से ही सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले खिलाड़ी थे। पुजारा के नाम अब सबसे अधिक 13 दोहरे शतक हैं। उनसे पीछे दूसरे स्थान पर 11 दोहरे शतक के साथ विजय मर्चेंट हैं, तीसरे नंबर पर 10 दोहरे शतकों के साथ विजय हजारे और इतने ही फर्स्ट क्लास दोहरे शतक सुनील गावस्कर ने भी लगाए हैं, लेकिन ये सभी लोग संन्यास ले चुके हैं।
वहीं कल पुजारा ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपना 50वां शतक भी पूरा किया था। पुजारा इसी के साथ 50 शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की सूची में जुड़ गए हैं। पुजारा से पहले सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ समेत 9 भारतीय खिलाड़ी ऐसा कारनामा कर चुके हैं।
पुजारा का मानना है कि उनका 50वां प्रथम श्रेणी शतक न्यूजीलैंड के आगामी टेस्ट दौरे से पहले उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करेगा। पुजारा ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो सेकहा, यदि आप इस तरह के दौरे पहले ऐसा कुछ हासिल करते हैं, तो आप आत्मविश्वास महसूस करते हैं और आप फिर से अपने खेल पर भरोसा करना शुरू करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आप विदेश जा रहे हैं और आप चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में खेल रहे हैं, तो आपको अपने खेल पर भरोसा करने, अपनी तैयारी पर भरोसा करने की आवश्यकता है।"