नई दिल्ली: टीम इंडिया के प्रमुख कोच के पद को लेकर कप्तान विराट कोहली और अनिल कुंबले के बीच तनातनी की ख़बरें तो आती ही रही हैं लेकिन लगता है कि चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया की पाकिस्तान के हाथों बड़ी हार के बाद दोनों के बीच तनाव और बढ़ गया है। ख़बरों के अनुसार कोहली और कुंबले के बीच सबकुछ ठीक नहीं है।
द टेलीग्राफ के मुताबिक विराट कोहली ने एडवायजरी कमेटी की एक घंटे तक चली बैठक में कोच के प्रति अपना विरोध खुलकर जताया है। कोहली कुंबले के रवैये से खुश नहीं है। इस बैठक में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण के अलावा बोर्ड के सेक्रेटरी अमिताभ चौधरी, सीईओ राहुल जौहरी और जनरल मैनेजर एमवी श्रीधर भी मौजूद थे। विराट से इन सबके सामने कोच अनिल कुंबले को लेकर शिकायत दर्ज कराई है। कोहली ने कुंबले की कार्य प्रणाली को लेकर अपना विरोध खुलकर दर्ज करा दिया है। कोहली के इस रवैये से सीएसी दुविधा में फंस गई है। कोहली से मुलाकात के बाद अब सीएसी कुंबले से बात करेगी।
हलांकि सीएसी को लगता है कि कोच और कप्तान के बीच विवाद काफी बढ़ चुका है, जिसे भरा नहीं जा सकता है। सीएसी की कोशिश है कि कुंबले और कोहली के बीच ही सहमति बनाकर दो साल बाद होने वाले अगले वर्ल्डकप तक के लिए कुंबले को ही कोचिंग का जिम्मा सौंपा जाए, लेकिन कोहली किसी भी सूरत में अनिल कुंबले को कोच के तौर पर नहीं चाहते हैं।
हलांकि सीएमसी के लिए कुंबले को कोच के पद से हटाना आसान नहीं है। बतौर कोच कुंबले का रेकॉर्ड बेदाग और बेहद सफल है। वहीं कप्तान के हाथों में सत्ता और फैसले लेने की ताकत देना गलत होगा। ऐसे में कोच कुंबले को 1 साल में ही हटाना बोर्ड के लिए आसान नहीं होगा।