![Can never forget the matches with Shane Warne - Sachin Tendulkar](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने इस खेल को लगभग 24 साल का समय दिया। उनके करियर के दौरान कई गेंदबाजों के साथ उनके मुकाबले हुए जिसमें ग्लेन मैक्ग्रा, शेन वॉर्न, मुर्लीधरन जैसे बड़े नाम शामिल है। लेकिन सचिन तेंदुलकर का कहना है कि वह वॉर्न के साथ हुए उनके मुकाबलों को वह कभी नहीं भुला सकते हैं।
हाल ही में बीसीसीआई ने सचिन तेंदुलकर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है जिसमें सचिन ने वॉर्न के साथ अपनी मुकाबलों की बात कही है। सचिन ने कहा "मैं वॉर्न के साथ अपने मुकाबलों को कभी नहीं भूल सकता। 1998 में इसकी शुरुआत हुई थी और मैंने उस दौरान वॉर्न को राउंड द विकेट खेलने का अभ्यास किया था क्योंकि तब तक किसी ने उस छोर से अटैक नहीं किया था। अगर कोई बल्लेबाज खराब गेंद का इंतजार कर रहा है तो गेंदबाज बस उसे डॉट बॉल डालने का प्रयास करेगा, लेकिन वॉर्न विकेट लेने के लिए गेंदबाजी करता था। यह उसका सबसे बड़ा हथियार था।"
तेंदुलकर ने आगे कहा "मुझे याद है मुंबई में एक प्रैक्टिस मैच में मैने दोहरा शतक लगाया था और उस दौरान वॉर्न ने एक भी गेंद राउंड द विकेट नहीं फेकी थी। तब मैंने कहा था जब वह राउंड द विकेट आएगा तो सबसे मुश्किल होगा। दूसरी इनिंग में वॉर्न ने राउंड द विकेट गेंदबाजी की। मैंने उसके लिए बहुत प्रैक्टिस की थी क्योंकि आप वर्ल्ड क्लास गेंदबाज के सामने ये सोचके नहीं जा सकते कि आप उस समय ही देख लेंगे कि क्या करना है। मेरे दिमाग में उसे खेलने के कई विकल्प थे जिसकी मैंने प्रैक्टिस की थी।
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उल्लेखनीय है, वॉर्न ने सचिन को सभी फॉर्मेट में मिलाकर चार बार ही आउट किया था (तीन बार टेस्ट में और एक बार वनडे में)। इस दौरान सचिन का औसत 54.25 का रहा था।