नई दिल्ली। भारत के खिलाफ सिर्फ एक टेस्ट खेलने वाले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नुस लाबुशेन को उम्मीद है कि दिसंबर में जब दोनों टीमों का टेस्ट सीरीज में आमना सामना होगा तो वह अपना दबदबा बनाने में सफल रहेंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तेजी से उभरने वाले इस बल्लेबाज ने हालांकि माना कि विश्व स्तरीय भारतीय गेंदबाजों में जसप्रीत बुमराह का सामना करना सबसे मुश्किल होगा।
लाबुशेन 2018-19 की श्रृंखला में भारत के खिलाफ सिडनी में खेले गये टेस्ट में मैदान में उतरे थे। वह दिसंबर में भारतीय टीम के दौरे का बेसब्री से इंतजार कर रहे है जहां दोनों टीमों के बीच चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला खेली जाएगी। इस 26 साल के बल्लेबाज ने पीटीआई-भाषा को ब्रिसबेन से दिये विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘ वे सभी अच्छे गेंदबाज है लेकिन बुमराह की चुनौती से निपटना मुश्किल होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह लगभग 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लगातार गेंदबाजी करने और परिस्थितियों का साथ मिलने पर गेंद को स्विंग करने की क्षमता रखता है। वह गेंद को विकेट की तरफ अंदर लाने में भी सक्षम है।’’ ऑस्ट्रेलिया के लिए 14 टेस्ट में चार शतक और सात अर्धशतक के साथ 63 की औसत से रन बनाने वाले लाबुशेन ने कहा, ‘‘आप हमेशा सर्वश्रेष्ठ के खिलाफ खुद को परखना चाहते हैं। जसप्रीत शायद उस गेंदबाजी आक्रमण का अगुआ है।’’
लाबुशेन ने कहा कि अनुभवी इशांत शर्मा ने भी पिछले दो वर्षों में काफी सुधार किया है। मौजूदा दौर के सबसे प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में से एक माने जाने वाले लाबुशेन ने कहा, ‘‘इशांत ने पिछले दो वर्षों में शानदार गेंदबाजी की है। दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए उनकी गेंद अंदर की तरफ आती है, यह हमारे लिए भी एक अच्छी चुनौती होगी।’’
किसी भी बल्लेबाज के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का दूसरा सत्र सबसे मुश्किल माना जाता है क्योंकि विरोधी टीमों को खिलाड़ी के खेल के बारे में पता होता है और लाबुशेन इस बात को अच्छे से समझते है। उन्होंने कहा, ‘‘ पहला साल मेरे लिए शानदार रहा था। उम्मीद है कि इस साल मैं और भी अच्छा कर पाउंगा। दुनिया की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आक्रमण में से एक भारत के खिलाफ खुद को परखने का इंतजार कर रहा हूं।’’
लाबुशेन ने कहा, ‘‘मुझे भारत के खिलाफ सिडनी में एक टेस्ट में खेलने का अनुभव है। उस मैच में और फिर बाद में सीमित ओवरों के मैचों में मैंने उनकी गेंदबाजी का सामना किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘स्वाभाविक रूप से, जब आप अच्छा करते हैं, तो लोग आपके खेल पर नजर रखते है। आपको अपने खेल पर काम करना होता हैं। इसलिए, मुझे यह सुनिश्चित करना होगा कि मैं अपने खेल को अच्छी तरह से समझ सकूं। मेरी कोशिश होगी कि मैं भारतीय गेंदबाजों से एक कदम आगे रहूं।’’ लाबुशेन भाग्यशाली है कि योजना बनाने में सलाह देने के लिए उनके पास स्टीव स्मिथ के जैसे पूर्व कप्तान है जिन्हें अलग-अलग परिस्थितियों में खेलने का अनुभव है।
लाबुशेन ने कहा, ‘‘मैंने उनसे सीखा है और वह जिस तरह से खेलते है उससे मेरे खेल में सुधार आ रहा है। यह मुझे खेल में सुधार करने में मदद कर रहा है। हम दोनों को क्रिकेट और बल्लेबाजी के बारे में बात करना बहुत पसंद है। मैं भाग्यशाली हूं कि उनसे सीखने का मौका मिल रहा है।’’
महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी लाबुशेन के तकनीक की तारीफ कर चुके हैं। इस बारे में पूछे जाने पर वह खुश हो गये। उन्होंने कहा, ‘‘उनकी (तेंदुलकर) तरह किसी हस्ती से ऐसा सुनना शानदार अहसास है। मैं अभी तक उनसे व्यक्तिगत रूप से नहीं मिला हूं। मैंने मुलाकात के कुछ मौके गंवा दिये। मैं उनसे मिलने का इंतजार कर रहा हूं क्योंकि वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है।’’