ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का क्रिकेट खेलने का अपना ही तरीका है। क्रिकेट का कोई भी प्रारूप हो, ये टीम अपने आक्रामक खेल और रवैये की वजह से जानी जाती है। एक समय ऐसा था जब विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को ऑस्ट्रेलिया की धरती पर कंगारू गेंदबाजों की गेंदों के साथ-साथ उनके तीखें शब्दों का भी सामना करना पड़ता था। ग्लैन मैक्ग्रा, ब्रेट ली और शेन वॉर्न जैसे गेंदबाज बल्लेबाजों को स्लैज करने के लिए काफी मशहूर थे। लेकिन एक बल्लेबाज ऐसा भी था जिसके खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की ये स्लैजिंग करने की योजना नाकाम साबित होती थी। ये बल्लेबाज और कोई नहीं बल्कि भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं जिनके खिलाफ स्लैजिंग करना ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के लिए ज्यादा कारगर साबित नहीं होता था।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने सचिन तेंदुलकर को स्लैज करने को लेकर बड़ा खुलासा किया है। ब्रेट ली ने बताया कि जब वह ऑस्ट्रेलिया टीम शामिल हुए थे तब ग्लेन मैक्ग्रा ने उन्हें तेंदुलकर के खिलाफ स्लैजिंग न करने की सलाह दी थी।
ली ने स्टार स्पोर्ट्स शो 'क्रिकेट कनेक्टेड' में कहा, "टीम में हमेशा एक गेंदबाजी कप्तान होता था, जब मैं बड़ा हो रहा था तो वह ग्लेन (मैक्ग्रा) थे और वह हमेशा गेंदबाजों से कहते थे, फिर चाहे वह मिचेल जॉनसन हो या कोई भी युवा हो, सचिन से बात मत करो। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको पूरे दिन तकलीफ होगी। इसलिए यह वही था, जो हमने अपनी गेंदबाजी बैठक में चर्चा की थी कि कभी सचिन से बात न करें।"
100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले एकमात्र खिलाड़ी सचिन की मैक्ग्रा, ली और वार्न के साथ भिड़ंत काफी रोमांचक साबित होती थी। इस दौरान अधिकांश मौकों पर सचिन ने अपने खेल से सभी को काफी प्रभावित किया और शीर्ष खिलाड़ी के तौर पर उभरे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सचिन का का शानदार रिकॉर्ड इस बात की गवाही देता है। सचिन ने 39 टेस्ट में 55 की औसत से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3630 रन बनाए हैं, जिसमें 11 शतक और एक दोहरा शतक शामिल है। वनडे में सचिन ने 71 मैचों में ऑस्ट्रेलियाई के खिलाफ 9 शतकों के साथ 3077 रन बनाए
हाल ही में पाकिस्तान के महान गेंदबाज सकलेन मुश्ताक ने भी सचिन तेंदुलकर को स्लेज करने को लेकर ली के बयान से मिलता-जुलता खुलासा किया था। सकलैन ने पीटीआई कहा, ‘‘मैं तब टीम में नया था जब मैंने पहली बार उन पर फब्ती कसी। यह 1997 की बात है। सचिन चुपचाप मेरे पास आये और कहा, ‘मैंने कभी आपके साथ दुर्व्यवहार नहीं किया, फिर आप क्यों मेरे साथ दुर्व्यवहार कर रहे हो।’ मैं इतना शर्मसार हो गया कि समझ नहीं आ रहा था कि क्या कहूं।’