मेलबर्न। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली को आईसीसी के टेस्ट क्रिेकट को लोकप्रिय बनाने के नये तरीके खोजने से कोई गुरेज नहीं है लेकिन उनका कहना है कि सफेद रंग की जर्सी पर नाम और नंबर भद्दे दिख रहे हैं। एडम गिलक्रिस्ट ने एक दिन पहले इस नये प्रयोग को ‘बेहूदा’ करार दिया था।
साल के शुरू में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने टेस्ट खेलने वाले देशों को अपने खिलाड़ियों की जर्सी पर नाम और नंबर लिखने की अनुमति दी थी। इस कदम को कई ने सराहा तो कई इससे प्रभावित नहीं दिखे।
ली ने ट्वीट किया,‘‘यह कितना उपयोगी है, मैं टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों की जर्सी पर नंबर और नाम लिखने के खिलाफ हूं। मुझे लगता है कि यह बेहूदा दिख रहा है। आईसीसी मुझे आपके द्वारा किये गये बदलाव आमतौर पर पसंद आते हैं लेकिन कभी कभार ये गलत होते हैं।’’
ली के पूर्व साथी और पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज गिलक्रिस्ट ने खिलाड़ियों को एशेज के लिये शुभकामनायें देते हुए लिखा,‘‘खिलाड़ियों की जर्सी पर नाम और नंबर बकवास लग रहे हैं। हर खिलाड़ी श्रृंखला का लुत्फ उठाये। आप मेरे नजरिये को भले ही आधुनिक नहीं समझें लेकिन मुझे जर्सी पर नंबर और नाम अच्छे नहीं लग रहे।’’
आईसीसी ने यह कदम खेल के इस लंबे प्रारूप को लोकप्रिय बनाने की दृष्टि से उठाया है। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया टेस्ट क्रिकेट के 142 साल के इतिहास में पहली बार जर्सी पर नाम और नंबर लगाकर खेलने वाले देश बन गये। हालांकि इंग्लिश काउंटी टीमें और ऑस्ट्रेलियाई राज्य टीमें शेफील्ड शील्ड में सफेद जर्सी पर नाम और नंबर लगाकर खेलती हैं।
वहीं भारतीय टीम के लिये विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में वेस्टइंडीज के खिलाफ सफेद जर्सी पर नाम और नंबर पहनने का पहला अनुभव होगा।