भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस समय हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में 5 वनडे मैच की सीरीज का पहला मैच खेला जा रहा है। इस वनडे मैच में भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर अपना शिकंजा कसा हुआ है। भारत के इस लाजवाब प्रदर्शन का श्रेय जसप्रीत बुमरहा के साथ-साथ मोहम्मद शमी को जाता है।
बुमराह तो लगातार वनडे और टेस्ट क्रिकेट में अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं, लेकिन शमी को सफेद गेंद से ज्यादा मौका नहीं मिल रहा था, लेकिन न्यूजीलैंड में जब उन्हें मौका मिलात तो उन्होंने अपनी काबलियत साबित की और 4 मैच में 9 विकेट लेकर मैन ऑफ द सीरीज बने।
बुमराह और भूवी के रहने से शमी को नई गेंद से अपनी प्रतिभा का जौहर नहीं दिखा पा रहे थे, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने बुमराह की गैर मौजूदगी में सफेद गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया और अब वो इसी प्रदर्शन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी दौरा रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच में शमी ने नई गेंद से 4 ओवर डाले जिसमें उन्होंने 2 मेडन ओवर के साथ 6 रन दिए, हालांकि उन्हें कोई सफलता प्राप्त नहीं हुई।
इससे पहले भी वो नई गेंद से अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं। अगर उनके पिछले आठ मैचों की बात करें तो उन्होंने नई गेंद से उन्होंने कुल 31 ओवर में 106 रन देकर 7 विकेट लिए हैं। इस दौरान शमी का औसत 15.14 और इकॉन्मी रेट 3.41 का रहा।
अब देखने वाली बात यह होगी कि जब तीसरे वनडे से भुवनेश्वर कुमार वापस टीम के साथ जुड़ जाएंगे तो शमी को नई गेंद से डालने का मौका मिलेगा या नहीं?