इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स का मानना है कि गेंदबाज लार और पसीने के बिना भी गेंद को चमका सकते हैं। साथ ही उन्होंने स्वीकार किया है कि क्रिकेट फिर से शुरू होने के बाद खिलाड़ियों अपनी कुछ आदतों को बदलना होगा।
ईएसपीएनक्रिकइंफो ने वोक्स के हवाले से बताया, "आपको याद रखना होगा कि आप गेंद को चमकाने के लिए चीजों का उपयोग नहीं कर सकते। मुझे गलत मत समझिये, आप लार और पसीने के बिना भी गेंद को चमका सकते हैं। यह शायद उतना प्रभावी नहीं हो।"
उन्होंने आगे कहा, "गेंद को ट्राउजर पर रगड़ने के लिए आपको थोड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है, लेकिन किस्मत से गेंद इंग्लैंड में वैसे भी घूमती है। आपको हमेशा गेंद पर बहुत ज्यादा मेहनत करने की ज़रूरत नहीं है, इसलिए उम्मीद है कि यह हमारे काम आएगी।”
बता दें, इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने 21 मई से 18 गेंदबाजों को मैदान पर व्यक्तिगत ट्रेनिंग की इजाजत दे दी है। इस फैसले के बाद तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड और क्रिस वोक्स मैदान पर अभ्यास करते नजर आए। इसी के साथ इंग्लैंड कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद अपने खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग शुरू करने वाला पहला देश बन गया। बल्लेबाजों और विकेटकीपरों को भी 1 जून से मैदान पर ट्रेनिंग करने की परमिशन होगी।
गौरतलब है कि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की सुरक्षित बहाली के मकसद से गाईडलाइंस जारी की। आईसीसी ने अपनी गाईडलाइंस में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति और 14 दिन के आइसोलेशन ट्रेनिंग की सिफारिश की। क्रिकेट की नई गाईडलाइंस आने से क्रिकेट में थोड़ा बदलाव होने की उम्मीद है।
आईसीसी की गाईडलाइंस मुताबिक, मैच के दौरान खिलाड़ियों को अपने कैप या सनग्लासेस को ऑन-फील्ड अंपायरों को सौंपने की इजाजत नहीं होगी। यही नहीं, अंपायरों को भी गेंद को पकड़ते समय दस्तानों का इस्तेमाल करना होगा।
ICC गाईडलाइंस में खिलाड़ियों को गेंद छूने के बाद आंखें, नाक और मुंह पर हाथ नहीं लगाने की सलाह दी गयी है। गेंद को छूने के बाद अपने हाथ साफ करने के लिये भी कहा गया है। अभ्यास के दौरान खिलाड़ियों के लिए नियम और भी सख्त हो गए हैं क्योंकि उन्हें टॉयलेट का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं होगी।