वेलिंगटन। भारत के खिलाफ रणनीति पर अच्छी तरह अमल करने से न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन खुश हैं लेकिन उन्होंने अपनी टीम की दस विकेट से जीत को ऑस्ट्रेलिया से मिली 0-3 से हार के बाद ‘वापसी’ करार देने से इन्कार कर दिया। न्यूजीलैंड की टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खराब दौरे के बाद यहां टेस्ट मैच खेला लेकिन उसने बेहतरीन प्रदर्शन किया और चौथे दिन पहले सत्र में ही जीत दर्ज की।
विलियमसन ने यहां पहले टेस्ट मैच के बाद कहा, ‘‘वापसी करना जैसा शब्द हम अपनी टीम में उपयोग नहीं करते। आप परिणामों के बारे में सोचकर परेशानी में पड़ सकते हो विशेषकर तब जबकि अधिकतर परिणाम आपके अनुकूल नहीं रहे हों और कभी कभी अच्छा हासिल करने की चाहत में आपका ध्यान भंग हो सकता है।’’
न्यूजीलैंड की पहली पारी में सर्वाधिक 89 रन बनाने वाले कीवी कप्तान अपनी टीम के प्रत्येक खिलाड़ी के प्रदर्शन से संतुष्ट नजर आये। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए यह उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करने से जुड़ा है जो महत्वपूर्ण है। हमें अपनी भूमिकाएं सफलता का सबसे अच्छा मौका देती है और अगर हम अपनी भूमिकाओं में खरे उतरते हैं तो परिणाम अनुकूल रहता है और हमने इस मैच को इसी तरह से लिया।’’
विलियमसन ने कहा, ‘‘यह हमारी तरफ से वास्तव में शानदार आलराउंड प्रदर्शन था। लड़के ऐसी पिच पर अपनी भूमिकाओं के लिए प्रतिबद्ध थे जो बल्ले और गेंद के बीच अच्छा संतुलन पैदा कर रही थीं। क्राइस्टचर्च में अगले टेस्ट मैच के लिये जाने से पहले यह वास्तव में महत्वपूर्ण सबक है।’’
विलियमसन ने हालांकि अपनी टीम को आत्ममुगधता से बचने के लिये कहा क्योंकि उनका मानना है कि 29 फरवरी से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में भारत दमदार प्रदर्शन करने की कोशिश करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘अभी हमारे सामने चुनौती है क्योंकि हम जानते हैं कि क्राइस्टचर्च में भी हमें फिर से अच्छा प्रदर्शन करना होगा। भारत दुनिया की नंबर एक टीम है और उसने विश्व भर में सफलता अर्जित की है।’’
मैन आफ द मैच टिम साउदी ने खुशी व्यक्त की कि विकेट से उन्हें स्विंग मिल रही थी। साउदी ने कहा, ‘‘स्विंग गेंदबाज होने से मदद मिली और गेंद को स्विंग कराने में सफल रहने से हमेशा फायदा मिलता है। हवा चलने से हमेशा मुझे और ट्रेंट बोल्ट को मदद मिलती है।’’
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया से मिली हार से न्यूजीलैंड आहत था लेकिन वह और उनकी टीम के साथी पूर्व की घटनाओं पर बैचेन होने के बजाय आगे बढ़ना पसंद करते हैं। साउदी ने कहा, ‘‘यह पीछे मुड़कर देखने के बजाय आगे बढ़ने से जुड़ा है। यह पिछले अनुभव से सबक लेकर आगे बढ़ने से जुड़ा है।’’