नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर किरण मोरे ने कहा है 1989 में भारत और पाकिस्तान सीरीज में बॉल टेम्परिंग आम बात थी। उन्होंने कहा कि हालांकि किसी भी टीम ने दूसरी टीम की शिकायत नहीं की।
मोरे ने 'ग्रेटेस्ट राइवलरी पोडकास्ट' में कहा, "उन दिनों गेंद से छेड़छाड़ की मंजूरी थी, इसलिए आपको रिवर्स स्विंग मिलती थी। ऐसा था कि दोनों टीमें एक दूसरे की शिकायत नहीं कर करती थीं। हर कोई गेंद को रकड़ता था और रिवर्स स्विंग कराता था।"
मोरे ने आगे कहा "बल्लेबाजी करना मुश्किल होता था। हमारी टीम में मनोज प्रभाकर भी गेंद को रगड़ना सीख गए थे और रिवर्स स्विंग से पाकिस्तान के बल्लेबाजों को पेरशान कर रहे थे।"
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मोरे ने कहा कि अंपायर उस समय कुछ नहीं कर पाते थे। मै अधिकारियों ने कप्तान कृष्मचारी श्रीकांत और इमरान खान से बात की, लेकिन ज्यादा अंतर नहीं था।
इस सीरीज में सचिन तेंदुलकर और वकार यूनिस ने पदार्पण किया था। चारों टेस्ट मैच ड्रॉ रहे थे।