बिग बैश लीग 2018-19 में पर्थ स्कॉर्चर्स और सिडनी सिक्सर्स के बीच खेले गया मैच तब विवादों में आ गया जब खुलासा हुआ कि पर्थ स्कॉर्चर्स के बल्लेबाज माइकल क्लिंगर मैच की सातवीं गेंद पर आउट हुए थे। लक्ष्य का पीछा करने उतरी पर्थ स्कॉर्चर्स की तरफ से माइकल क्लिंगर और कैमरन बैंक्रॉफ्ट ने पारी की शुरुआत की। इस दौरान क्लिंगर ने अच्छी शुरुआत की। इस दौरान बेन वारशुईस की गेंद पर क्लिंगर ने थर्ड मैन की तरफ हवा में शॉट खेला जिसे स्टीवन ओ कीफ ने लपक लिया। लेकिन इस पर किसी का भी ध्यान नहीं गया कि क्लिंगर जिस गेंद पर आउट हुए वो ओवर की सातवीं गेंद थी।
यानी गेंदबाज उस ओवर में बिना किसी वाइड या नो के छह गेंद पहले ही फेंक चुका था और क्लिंगर जिस पर आउट हुए वो सातवीं गेंद थी। हैरान करने वाली बात ये रही कि इस पर ना तो अंपायर का ध्यान गया और ना ही किसी भी मैच अधिकारी का। क्लिंगर के आउट होने के बाद रीप्ले में साफ देखा जा सकता था कि क्लिंगर ओवर की सातवीं गेंद पर आउट हुए जो कि खेल के खिलाफ था क्योंकि क्रिकेट में सिर्फ 6 गेंद का ओवर होता है।
इस वाकये के बाद कमेंटेटर पूरी तरह से हैरान नजर आ रहे थे। कमेंटेटर इस बात को समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर मैदान पर मौजूद अंपायर इतनी बड़ी भूल कैसे कर सकते हैं।
विवाद पर पर्थ स्कॉर्चर्स के कोच एडम वोग्स ने कहा, 'ये सही नहीं था। जाहिर तौर पर गेंदों को गिनने का काम अंपायरों का होता है।' हालांकि क्लिंगर का ये विवादित आउट भी पर्थ को जीतने से रोक नहीं सका और पर्थ की टीम ने मुकाबले को आसानी से 7 विकेट से जीत लिया।
पहले बल्लेबाजी करने उतरी सिडनी सिक्सर्स की टीम ने 20 ओवरों में 5 विकेट खोकर 177 रन बनाए और सिडनी के सामने जीत के लिए 178 रनों का लक्ष्य रखा। जिसके जवाब में पर्थ की तरफ से कैमरन बैंक्रॉफ्ट की 61 गेंदों में नाबाद 87, एशटन टर्नर की 30 गेंदों में 60 रनों की पारी की बदौलत पर्थ ने मुकाबले को आसानी से अपने नाम कर लिया।