वैसे तो टी20 क्रिकेट को बल्लेबाजों का खेल कहा जाता है लेकिन टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों ने इसे एक बार फिर गलत साबित कर दिया है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ निर्णायक मुकाबले में भुवनेश्वर ने अफ्रीका के जबड़ से जीत छिन ली।
भुवी 4 ओवर में महज 24 रन देकर 2 विकेट लिए। उन्होंने सीरीज़ में 3 मैचों में कुल 7 विकेट झटके। भुवनेश्वर को मैन ऑफ द सीरीज का खिताब अपने नाम किया। इस पूरे दौरे पर भुवी एक अलग खिलाड़ियों के तौर पर दिखे। उन्होंने मुश्किल वक्त पर टीम के लिए रन बनाया वही गेंद से उन्होंने अहम मौके पर विकेट लिए वैसे पूरे दौरे को देखे तो गेंदबाजों का प्रदर्शन जबरदस्त रहा। टेस्ट सीरीज़ में जहां बुमराह सीक्रेट सुपरस्टार बने। वहीं शमी और भुवी ने अफ्रीका को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।
टेस्ट सीरीज़ में शमी ने 15, बुमराह ने 14 और भुवनेश्वर ने 10 विकेट लिए। टेस्ट में गेंदबाजों ने टीम का बखूबी साथ दिया लेकिन बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन ने टीम की लुटिया डुबोई। टेस्ट में जहां तेज गेंदबाज़ों ने जौहर दिखाया। वहीं वनडे में स्पिनर्स ने राज किया। कुलदीप और चहल की जोड़ी के आगे पूरी अफ्रीका टीम ने मानों सरेंडर कर दिया।
इन दोनों की जोड़ी ने वनडे में कुल 33 विकेट लिए। कुलदीप ने 17 और चहल ने 16 विकेट अपने नाम किए। तीसरे नंबर पर बुमराह रहे। जिन्होंने 8 विकेट लिए
साफ है क्रिकेट के हर फॉर्मेंट में अलग अलग गेंदबाजों ने अपना झंडा बुलंद किया। शायद यही वजह है कि टीम इंडिया 26 साल में पहली बार अफ्रीका फतह करने में कामयाब रही।