कराची| कोरोना महामारी के कारण जहां सभी प्रकार के खेलों पर रोक लगी हुई हैं वही पूरी दुनिया में एक देश से दूसरे देश के ट्रेवल पर प्रतिबन्ध भी लगा हुआ है। जिसके चलते पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हसन अली अपना इलाज कराने विदेश नहीं जा पा रहे हैं।
पीसीबी के मेडिकल बोर्ड के प्रमुख डॉ. सोहेल सलीम ने जियो न्यूज चैनल पर कहा कि बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों से सलाह करने के बाद इसके इलाज के बारे में पूछा है।
यात्रा प्रतिबंध समाप्त होने पर हसन को भेजने का निर्णय लिया जाएगा। हसन ने पिछले साल इंग्लैंड में हुए विश्व कप के बाद पाकिस्तान के लिए नहीं खेला है। उन्होंने हालांकि फरवरी में पाकिस्तान सुपर लीग के कुछ मुकाबले खेले थे।
इस दौरान फिर से उनके पीठ में दर्द होने लगा। उन्होंने कहा कि पिछले साल सितंबर में भी हसन ने पीठ दर्द की समस्या थी और यह स्पष्ट था कि उन्हें अब इसके लिए स्थायी उपचार की जरूरत है। डॉ. सलीम ने कहा, ‘‘रिहैब और थेरेपी एक विकल्प है। इसका स्थायी समाधान सर्जरी से होगा।’’
गौरतलब है कि लगातार चोट के चलते पीसीबी के सालाना करारा में हाल ही में हसन अली को बाहर कर दिया है। टीम मैनेजमेंट के इस फैसले के बाद अब इसकी काफी आलोचना की जा रही है। हालांकि मिस्बाह ने इस पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि ये बेशक कॉन्ट्रैक्ट में शामिल नहीं हैं लेकिन भविष्य में इनके लिए टीम के रास्ते खुले हुए हैं। वहीं हसन अली तो बोर्ड के फैसले से इतने आहत हुए कि उन्होंने एक ट्वीट कर अपनी नाराजगी भी जताई लेकिन फौरन ही उन्होंने इसे हटा लिया।
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बता दें कि हसन अली पाकिस्तान के लिए अभी तक 9 टेस्ट मैच 53 वनडे और 30 टी20 क्रिकेट मैच खेल चुके हैं। जिसमें उनके नाम टेस्ट में 31, वनडे में 85 और टी20 में 35 विकेट हैं। इतना ही नहीं पाकिस्तान में अभी सभी प्रकार की क्रिकेट गतिविधियाँ भी बंद पड़ी हुई हैं। जबकि उसके जुलाई में इंग्लैंड दौरे पर जाने को लेकर विचार किया जा रहा है।