सिडनी। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने शुक्रवार को कहा कि तेज फुटवर्क के साथ रविचंद्रन अश्विन पर दबाव बनाना उनके लिये कारगर रहा जिससे वह तीन साल में घरेलू सरजमीं पर अपना पहला शतक जड़ पाये। स्मिथ पहले दो टेस्ट में केवल 10 रन ही बना सके थे लेकिन तीसरे टेस्ट में उन्होंने वापसी करते हुए 131 रन की पारी खेली और मध्यक्रम के विफल होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 338 रन का स्कोर बनाने में मदद की।
स्मिथ ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मैंने और अधिक सकारात्मक होने का फैसला किया। मुझे लगता है कि शुरू में मैंने उसके सिर के ऊपर हिट किया और उस पर दबाव बनाया ताकि वह वहीं गेंदबाजी करे जहां मैं उसे गेंदबाजी कराना चाहता था। यह काफी प्रयास करने के बाद हुआ और मैं जिस तरह से उसे खेला, उससे खुश था। ’’ उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने तेज गेंदबाजों के खिलाफ अपनी तकनीक में कोई बदलाव नहीं किया लेकिन स्पिनरों के खिलाफ पैरों से काफी फुर्तीले रहे।
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स्मिथ ने कहा, ‘‘इस मैच में शायद मैं शुरू में थोड़ा आक्रामक था। मैंने अच्छी शुरूआत की और मैंने 20 गेंद में करीब इतने ही रन बनाये। इसलिये मैंने लय पकड़ी और पारी को आगे बढ़ाया। इसके बाद आपको जब जरूरत पड़े , तब दबाव झेलते हुए खेलना होता है और साथ ही जरूरत के समय दबाव भी बनाना होता है और मैंने इस पारी में बिलकुल वैसा ही किया। ’’ स्मिथ ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि फार्म में वापसी करके अच्छा लगा, हालांकि वह वनडे में दो बार 60 गेंदों में शतक भी जड़ चुके हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने काफी चीजें पढ़ीं क्योंकि मैंने कई बार कहा भी है और काफी लोगों ने भी कहा कि मैं फार्म में नहीं था इसलिये फार्म में वापसी करना अच्छा था, अगर आप इसे यही कहना चाहोगे। दो या तीन हफ्ते पहले ही मैंने एससीजी पर दो शतक जड़े थे। लोग जब इस तरह की चीजें कहते हैं तो कभी कभार मुझे इस पर हंसी आती है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं पहले दो टेस्ट मैचों में रन नहीं बना सका, आज वापसी की और कुछ रन जुटाये और मुझे लगता है कि इससे हम अच्छी स्थिति में हैं।’’