पाकिस्तान क्रिकेट टीम के सीनियर बल्लेबाज अजहर अली ने युवा क्रिकेटरों से अपील की है वह मौके का फायदा उठाएं और टीम में अपनी जगह को लेकर असुरक्षा की भावना को दूर रखे। अजहर ने कहा की इंटरनेशनल क्रिकेट में चुनौतियां बहुत है और युवा खिलाड़ियों के पास मौका है कि वह इन चुनौतियां का सामना कर खुद को कैसे निखारते हैं।
अजहर ने यह बात साउथ अफ्रीका के खिलाफ 26 जनवरी से शुरू हो रहे टेस्ट मुकाबले से पहले यह बात कही है। पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जानी है। साउथ अफ्रीका की टीम 14 साल बाद पाकिस्तान के दौरे पर आ रही है। आखिरी बार मेहमान टीम ने साल 2007 में पाकिस्तान का दौरा किया था। इसके बाद सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए वह पाकिस्तान में खेलने नहीं आए थे।
यह भी पढ़ें- BBL में तूफानी शतक के बाद बोले एलेक्स हेल्स, 'मैं अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हूं'ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए अजहर ने कहा, ''इंटरनेशनल क्रिकेट में चुनौतियां हमेशा बनी रहती है। चाहे आप एक यंगस्टर के रूप में खेल रहे हो या अनुभवी तौर के पर।''
उन्होंने कहा, ''चुनौतियों के बीच नए खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना आसान नहीं होता है खास तौर से हमारे यहां जिस तरह का चलन रहा है कि युवा खिलाड़ियों के मन में एक बात बैठ जाती है कि अगर मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया तो टीम में अपनी जगह खो बैठेंगे लेकिन उन्हें इन बातों को दिमाग से निकालकर मैदान पर उतरना होगा।''
आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका के दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए 20 सदस्यीय टीम का एलान किया गया है, जिसमें से कुल 9 ऐसे खिलाड़ियों का चयन किया गया है जो कि पाकिस्तानी नेशनल टीम के लिए अबतक एक भी मैच नहीं खेले हैं।
यह भी पढ़ें- रहाणे के कहने पर चोट के बावजूद खेलने के लिए तैयार हो गए थे सैनी
हाल ही में पाकिस्तान के बल्लेबाजी कोच युनिस खान ने कहा था दुनिया के कई देशों में वहां के खिलाड़ी के फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कड़ी मेहनत करते हैं और अपनी टीम के लिए अलग-अलग फॉर्मेट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं लेकिन पाकिस्तान में यह चलन नहीं है।
युनिस खान की बातों से सहमति जताते हुए अजहर ने कहा, ''बिल्कुल हम समझते हैं कि इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट में काफी अंतर होता है लेकिन मैं टीम के सीनियर खिलाड़ी होने के नाते नए खिलाड़ियों को यह सलाह देने चाहुंगा कि वह अपने प्रतिभा पर भरोसा रखे और टीम में अपनी जगह को लेकर असुरक्षा की भावना को मन हटाए।''
इसके साथ ही अजहर ने कहा कि अगर हम टीम में अपनी जगह को लेकर ज्याद सोचेंगे तो हम निगेटिव चीजों का शिकार हो जाएंगे। ऐसे में पॉजिटिव होकर सोचना चाहिए ताकि हमारे प्रदर्शन में निखार आ सके।