बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने 2021 में होने वाली चैंपियन्स ट्रॉफी को टी20 विश्व कप में बदलने के आईसीसी के फैसले पर आपत्ति व्यक्त नहीं करने के लिए सीईओ राहुल जोहरी को दोषी ठहराया। बीसीसीआई की विशेष आम बैठक के बाद चौधरी ने कहा, ‘लोग कह रहे हैं कि आईसीसी बोर्ड की बैठक में जब चैंपियन्स ट्रॉफी को टी20 विश्व कप में बदलने का फैसला किया जा रहा था तब मैंने आपत्ति क्यों व्यक्त नहीं की लेकिन मैं आपको बता दूं कि इस संबंध में फैसला मुख्य कार्यकारियों की बैठक में किया गया।’
उन्होंने जोहरी का नाम लिए बिना कहा, ‘मुख्य कार्यकारियों की बैठक में एक अन्य भारतीय बोर्ड का प्रतिनिधित्व कर रहा था।’ हालांकि अब इसकी संभावना प्रबल है कि भारत डब्लिन में आईसीसी वार्षिक सम्मेलन में सदस्य भागीदारी समझौता (एमपीए) पर हस्ताक्षर नहीं करे। सीओए ने चौधरी को कारण बताओ नोटिस जारी करके उनसे पूछा था कि समिति को प्रारूप बदलने को लेकर अंधेरे में क्यों रखा गया। ये फैसला आईसीसी की कोलकाता में हुई बैठक में किया गया था।
चौधरी से पूछा गया कि क्या बीसीसीआई एमपीए पर हस्ताक्षर करेगा, उन्होंने कहा, ‘हमने एमपीए पर हस्ताक्षर करने के बारे में फैसला नहीं किया। हम इस पर चर्चा करेंगें।’ इस बीच पता चला है कि आम सभा नीरज कुमार को भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) का प्रमुख बनाए रखना चाहती है क्योंकि अजित सिंह की नियुक्ति को इस इकाई ने मंजूरी नहीं दी है।
ये भी पता चला है कि आम सभा ने उत्तराखंड के रणजी ट्रॉफी में प्रवेश को लेकर आपत्ति जतायी है।