कोलकाता: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को होने वाली वर्किं ग कमिटी की बैठक पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के शामिल होने के मसले पर टाल दी है। बोर्ड पहले तमिलनाडू क्रिकेट संघ (टीएनसीए) के प्रतिनिधि के तौर पर श्रीनिवासन के वर्किं ग कमिटी की इस बैठक में शामिल होने पर सर्वोच्च न्यायालय की राय लेगा।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के चेयरमैन श्रीनिवासन को इससे पहले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सट्टेबाजी एवं मैच फिक्सिंग मामले में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर बीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था।
श्रीनिवासन के दामाद एवं आईपीएल की फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व अधिकारी गुरुनाथ मयप्पन को सट्टेबाजी का दोषी पाए जाने के बाद बीसीसीआई से आजीवन प्रतिबंधित कर दिया गया है।
आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि इस संबंध में सर्वोच्च न्यायालय की राय लेने के बाद ही वर्किं ग कमिटी की बैठक होगी।
अन्य सभी लंबित मुद्दे अब बीसीसीआई की वार्षिक महासभा की बैठक होने तक स्थगित रहेंगे। बीसीसीआई की वार्षिक महासभा 27 सितंबर को आयोजित होगी।
शुक्ला ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा, "श्रीनिवासन पर चूंकि कानूनी प्रतिबंध लगा हुआ है, इसलिए बैठक टाल दी गई। इसके लिए हमें पहले सर्वोच्च न्यायालय से स्पष्टीकरण लेना होगा, तब तक बैठक स्थगित रहेगी। न्यायालय से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के बाद वर्किं ग कमिटी की अगली बैठक होगी।"
शुक्ला से जब पूछा गया कि कानूनी प्रतिबंध लगे होने के बावजूद श्रीनिवासन इस बैठक में हिस्सा क्यों लेना चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि उन्हें कोई संभावित कारण की जानकारी नहीं है।
बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा, "बोर्ड पहले श्रीनिवासन के तमिलनाडू क्रिकेट संघ के प्रतिनिधि के तौर पर बीसीसीआई की वर्किं ग कमिटी की बैठक में शामिल होने पर सर्वोच्च न्यायालय का विचार जानेगा, इसलिए वर्किं ग कमिटी की बैठक अनिश्चित काल के लिए टाल दी गई है।"
कानूनी सलाहकारों से मशविरा करने के बाद बीसीसीआई ने बैठक टालने का निर्णय लिया।
गौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायालय ने इसी वर्ष फरवरी में बीसीसीआई की किसी भी बैठक में श्रीनिवासन के हिस्सा लेने पर रोक लगा दी थी।