नई दिल्ली: जर्सी नंबर 10 मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की पहचान थी। साल 2013 में सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उन्होंने आखिरी बार मार्च 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच में 10 नंबर की जर्सी को पहना था। उसके बाद 5 साल तक किसी ने इस नंबर की जर्सी का इस्तेमाल नहीं किया।
बीसीसीआई ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से 'जर्सी नंबर 10' को 'अनौपचारिक' तौर पर रिटायर करने फैसला लिया है। अब टीम इंडिया का कोई क्रिकेटर 10 नंबर की जर्सी नहीं पहन पाएगा। बीसीसीआई का ये फैसला सचिन को सम्मान देने के लिए है। बीसीसीआई चाहता है कि 10 नंबर की जर्सी सिर्फ सचिन के नाम रहे और यह उनको खिलाड़ियों और बोर्ड की ओर से दिए गए सम्मान का एक प्रतीक बना रहे।
गौरतलब है कि इसी साल अगस्त में जब श्रीलंका के खिलाफ तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने 10 नंबर की जर्सी पहनी तो क्रिकेट फैंस ने इस पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। फैंस ने शार्दुल ठाकुर और बीसीसीआई को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया। लोगों का कहना था कि सचिन का जर्सी नंबर उनके अलावा और कोई खिलाड़ी ना पहनें। हालांकि तब ठाकुर ने इसकी वजह न्यूमेरोलॉजी को बताया था। उनका कहना था उनका जन्म की तारीख 16 अक्टूबर 1991 (16.10.1991) है, अगर इसे जोड़ें तो ये 28 होती है और 2+8 दस के बराबर होता है। हालांकि ठाकुर जब बाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक वार्मअप मैच में लौटे तो उन्होंने 54 नंबर की जर्सी पहन ली।
बीसीसीआई के एक अधिकारी का कहना है कि इससे अनावश्यक विवाद हुआ। इसलिए ज्यादा बेहतर है कि इस नंबर को रिटायर कर दिया जाए। हालांकि खिलाड़ी इंडिया ए या गैर इंटरनेशनल मैचों में इस नंबर की जर्सी का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इंटरनेशनल मैचों में इसके इस्तेमाल की अनुमति नहीं होगी।
आपको बता दें कि सचिन की आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस ने भी 2013 में सचिन के संन्यास के बाद 10 नंबर की जर्सी को अपनी टीम से रिटायर कर दिया था।