नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को इस साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कराने की मंजूरी मिल गयी है और आठ फ्रेंचाइजी टीमों ने अपने खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के लिये कोविड-19 जांच प्रोटोकॉल और पृथकवास शुरू करके अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने पीटीआई से कहा कि लिखित में मंजूरी अगले कुछ दिनों में कभी भी मिल सकती है। शीर्ष सूत्र ने कहा, ‘‘हमें सैद्धांतिक रूप से मंजूरी मिल गयी है और लिखित में मंजूरी कभी भी मिल जायेगी।’’
ज्यादातर फ्रेंचाइजी बीसीसीआई के आदेश के अनुसार 20 अगस्त के बाद बेस के लिये रवाना होंगी। चेन्नई सुपरकिंग्स 22 अगस्त को रवाना होने के लिये तैयार है। मुंबई इंडियंस ने अपने भारतीय खिलाड़ियों को अपने बेस पर पृथकवास में रख दिया है। कुछ फ्रेंचाइजी अपने खिलाड़ियों के लिये उनके संबंधित शहरों में कोविड-19 परीक्षण का इंतजाम कर रही हैं जिसके बाद वे यूएई जाने के लिये अपने प्रस्थान बेस (दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू) जायेंगी।
फ्रेंचाइजी के वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘‘अगर उनका पीसीआर परीक्षण हो जायेगा और इसकी रिपोर्ट नेगेटिव होगी तो यह अच्छा होगा। इससे वे 24 घंटे के अंतर पर दो परीक्षण करा सकते हैं जैसा कि यूएई रवाना होने से पहले बीसीसीआई की मानक परिचालन प्रक्रिया में जिक्र किया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दो परीक्षण अनिवार्य हैं, ज्यादातर फ्रेंचाइजी भारत से रवाना होने से पहले कम से कम चार परीक्षण करायेंगी। ’’ खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ को इस शर्त पर अपने परिवार को ले जाने की अनुमति दी गयी कि वे ‘बायो-बबल’ में ही रहें। हालांकि पता चला है कि टीम में कुछ खिलाड़ी कड़े पृथकवास प्रोटोकॉल में जाने के पक्ष में नहीं हैं।
एक सीनियर खिलाड़ी ने कहा, ‘‘मेरा पांच साल का बच्चा है और मैं इन हालात में अपने परिवार के साथ यात्रा करने का जोखिम नहीं ले सकता क्योंकि स्वास्थ्य सुरक्षा सर्वोपरि है।’’