मुंबई: BCCI ने भरत अरुण को टीम इंडिया का बॉलिंग कोच नियुक्त करने का फैसला लिया है जबकि संजय बांगड़ बैटिंग कोच बने रहेंगे। वहीं श्रीधर फिल्डिंग कोच के तौर पर अपना काम जारी रखेगे। बीसीसीआई ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया।
बताया जाता है कि रवि शास्त्री के कहने पर भरत अरुण को यह अहम जिममेदारी दी गई है। इस फैसले के साथ ही रवि शात्री को अपना पसंदीदा कोचिंग स्टाफ मिल गया है। 54 साल के भरत अरुण अब श्रीलंका के दौरा पर टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच के रूप में जाएंगे।
भरत अरुण गेंदबाज के तौर पर टीम इंडिया में बहुत छोटा करियर रहा है। वे 1986 में गेंजबाज के दौर पर टीम इंडिया में शामिल हुए थे। वे दो टेस्ट और चार वनडे खेल पाए। कुल 6 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलनेवाले भरत अरुण पांच विकेट ही हासिल कर पाए थे।
शास्त्री के चयन के अलावा अन्य किसी के चयन को लेकर स्थिति साफ नहीं थी लिहाजा शास्त्री ने आते ही अपने पसंदीदा अरुण को गेंदबाजी कोच बनाने की वकालत की और सम्भवत: इसके लिए सर्वोच्च न्यायलय द्वारा गठित प्रशासकों की समिति को मना भी लिया।
शास्त्री की दलील थी कि वह जहीर और द्रवि़ड का सम्मान करते हैं और हमेशी ही उन्हें सलाहकार के तौर पर देखना चाहेंगे लेकिन मौजूदा परिस्थिति में भारतीय टीम को 150 दिनों के लिए नहीं बल्कि 365 दिनों के लिए गेंदबाजी कोच की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि जहीर ने 150 दिनों के करार की इच्छा जाहिर की थी।