भारतीय हरफनमौला युसूफ पठान पर डोप टेस्ट में नाकाम रहने के कारण आज पांच महीने का पूर्वप्रभावी निलंबन लगाया गया जो 14 जनवरी को समाप्त हो जायेगा। बीसीसीआई ने स्वीकार किया कि उन्होंने अनजाने में प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन किया है।
बीसीसीआई ने एक बयान में कहा,‘‘युसूफ पठान पर डोपिंग उल्लंघन के कारण निलंबन लगाया गया। उन्होंने अनजाने में एक प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन कर लिया जो आम तौर पर सर्दी खासी के सिरप में पाया जाता है।’’
पठान ने पिछले साल 16 मार्च को एक घरेलू टी20 प्रतिस्पर्धा के बाद बीसीसीआई के डोपिंग निरोधक परीक्षण कार्यक्रम के तहत मूत्र का नमूना दिया था।
बोर्ड ने कहा,‘‘उनके नमूने की जांच की गई और उसमें टरबूटेलाइन के अंश मिले। यह वाडा के प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में आता है।’’
भारत के लिये 57 वनडे और 22 टी20 मैच खेल चुके पठान पर बीसीसीआई के डोपिंग निरोधक नियमों की धारा 2 . 1 के तहत आरोप लगाया गया और आरोप के निर्धारण तक उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था।
बीसीसीआई ने कहा,‘‘पठान ने आरोप को स्वीकार करते हुए बताया कि यह गलती से उस दवा को लेने के कारण हुआ है जिसमें टरबूटेलाइन मौजूद थी । उन्हें गलती से यह दवा दे दी गई जबकि उन्हें जो नुस्खा दिया गया था , उसमें कोई प्रतिबंधित दवा नहीं थी।’’
बीसीसीआई ने कहा कि वह पठान की सफाई से संतुष्ट है कि यह प्रदर्शन बेहतर करने वाली दवा नहीं थी बल्कि श्वसन संक्रमण के लिये ली गई थी। बीसीसीआई ने कहा कि पठान को पिछले साल 28 अक्तूबर को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया था और बोर्ड ने तय किया है कि उसका निलंबन 15 अगस्त से प्रभावी होगा और इसकी अवधि 14 जनवरी 2018 तक रहेगी।