सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले हफ्ते शुरू होने वाले पहले टेस्ट में पारी का आगाज करने के लिये लोकेश राहुल प्रबल दावेदारों में से एक हैं लेकिन सहायक कोच संजय बांगर उनके आउट होने के तरीकों से खुश नहीं है। राहुल एकमात्र बल्लेबाज रहे जो चार दिवसीय दौरे मैच में दूसरे दिन भारत के लिये अहम पारी नहीं खेल सके जिसमें टीम 358 रन पर ऑल आउट हुई थी। वह खेल के पहले घंटे के अंदर खराब शाट खेलते हुए मिड ऑफ पर लपके गये।
विराट कोहली और पृथ्वी शॉ सहित पांच भारतीय बल्लेबाजों ने अर्धशतक जड़े जिससे बांगर ने इस मैच को संतोषजनक करार किया। बांगर ने कहा कि राहुल अब इतना अनुभवहीन खिलाड़ी नहीं रह गया है और उसे और ज्यादा जिम्मेदारी से खेलना चाहिए। बांगर ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा,‘‘वह (राहुल) पूरी तरह अच्छा दिख रहा है, आज भी ऐसा ही रहा। सिर्फ इतना है कि वह अलग अलग तरीके से आउट हो रहा है। आज भी, गेंद काफी दूर थी जब उसने इसे अपने शरीर से दूर खेलने की कोशिश की और अपना विकेट गंवा बैठा। लेकिन हमें जो दिख रहा है, उसके हिसाब से वह गेंद अच्छी तरह खेल रहा है और फार्म से केवल एक अच्छी पारी दूर है।’’
उन्होंने कहा,‘‘हम उसकी काबिलियत जानते हैं और अगर वह इसे अच्छे प्रदर्शन में तब्दील करता है तो यह टीम के लिये अहम रहेगा। वह अब इतना युवा खिलाड़ी नहीं रह गया है और वह वह यहां अपने दूसरे दौरे पर आया है। वह 30 टेस्ट मैच खेल चुका है और उसके ऊपर जिम्मेदारी भी है। हम उसे इस जिम्मेदारी से खेलने की उम्मीद करेंगे कि वह टीम के लिये अपनी भूमिका अदा करे।’’
कोच ने स्पष्ट किया कि छह दिसंबर से एडिलेड में शुरू हो रहे पहले टेस्ट में बल्लेबाजी के लिये सलामी जोड़ी तथा छठे नंबर के स्थान के लिये खिलाड़ी दावेदारी पेश कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि दूसरी पारी से बटैंग ऑर्डर का संयोजन तय करने में मदद मिलेगी जिसमें शुरूआती और छठे स्थान के लिये राहुल, मुरली विजय, रोहित शर्मा और हनुमा विहारी दौड़ में होंगे।
उन्होंने कहा,‘‘मैं कहूंगा कि अभी कुछ स्थान लिये जा सकते हैं। हम बारीकी से निगाह लगाये होंगे कि दूसरी पारी कैसी रहती है और इसमें कुछ बल्लेबाज कैसे बल्लेबाजी करते हैं विशेषकर मुरली विजय और मध्यक्रम बल्लेबाज।’’
बांगर ने कहा, ‘‘हम शुरूआती स्थान और छठे नंबर के स्थान के लिये खिलाड़ी चाहते हैं। अभी तक हमने इन स्थानों पर फैसला नहीं किया है।’’
उन्होंने कहा कि दूसरे दिन का खेल संतोषजनक रहा जिसमें ज्यादातर बल्लेबाजों ने अच्छी पारियां खेलीं, हालांकि उन्होंने आस्ट्रेलिया के कम अनुभवी गेंदबाजों का सामना किया।