बॉल टेंपरिंग के मामले में 12 महीने का बैन झेल रहे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टूव स्मिथ आज सिडनी में मीडिया से मुख़ातिब हुए और अपने गुनाह के लिए माफ़ी मांगी. माफ़ी मांगते वक़्त वह फफक कर रो पड़े.
स्मिथ ने कहा, 'ये मेरे नेतृत्व की विफलता है.....मैं ख़िशक़िस्मत हूं कि मुझे अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य मिला. क्रिकेट मेरी ज़िंदगी रही है और उम्मीद करता हूं आगे भी रहे. मैं बहुत शर्मिंदा हूं...मैं पूरी तरह तबाह हो गया हूं. मैं किसी को ज़िम्मेवार नहीं ठहराता. मैं ऑस्ट्रेलिया टीम का कप्तान हूं और जो भी हुआ उसकी सारी ज़िम्मेदारी उठाता हूं.''
स्टीव ने कहा, ''मैं अपनी ग़लती और इससे जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई के लिए सब कुछ करुंगा. ये दूसरे लोगों के लिए सबक हो सकता है और उम्मीद करता हूं कि इससे चीज़ें बदलेंगी. मैंने गंभीर ग़लती की और अब मैं इसके नतीजे को समझता हूं.
स्मिथ ने कहा कि दूसरे क्रिकेटर्स को उनसे सबक लेना चाहिए. स्मिथ ने दावा किया कि बॉल टेंपरिंग की केप टाउन की घटना पहली बार हुई है और इसके पहले उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने कभी ऐसा नहीं किया. उन्होंने कहा, 'जहां तक मैं जानता हूं ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है. मैंने पहली बार ऐसा होते देखा है और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि ये आगे कभी नहीं होगा.'
इस बीच बॉल टेंपरिंग मामले के दूसरे दोषी वॉर्नर और कैमरोन बैनक्राफ़्ट ने कहा: 'मैं कहना चाहता हूं कि मुझे माफ़ कर दो.......मैं बहुत शर्मिंदा हूं, मुझे अपनी हरक़त पर शर्मिंदगी है और मुझे खेद है....इसका मुझे सारी जिंदगी अफ़ोसोस रहेगा. मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि मुझे माफ कर दो.....मैं देश के लिए योगदान करने की भरसक कोशिश करुंगा.
उन्होंने कहा- 'मैंने झूठ बोला. मैंने रेगमाल पेपेर के बारे में झूठ बोला. मैं उस वक्त घबरा गया था.....मैंने देश को शर्मिंदा किया.''
डेविड वॉर्नर ने भी माफी मांगी है.
ये घटना साउथ अफ़्रीका के साथ तीसरे टेस्ट के दौरान हुई थी. कैमरे में बेनक्रॉफ्ट को सैंडपेपर पेंट के अंदर छुपाते देखा गया था.