पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वकार युनूस आज अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं। वकार ने पाकिस्तान के लिए डेब्यू अपने जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले 15 नवंबर 1989 में भारत के खिलाफ किया था। यह वही मैच था जिसमें क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने भी अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत की थी।
अपने पहले ही मैच में वकार ने अपनी घातक गेंदबाजी से सचिन तेंदुलकर समेत चार भारतीय खिलाड़ियों के विकेट लिए थे। उस मैच में सचिन तो अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की बेहतरीन शुरुआत करने में नाकामयाब रहे थे, लेकिन वकार ने ऐलान कर दिया था की वह आने वाले समय में बल्लेबाजों परकहर बनकर बरसेंगे।
कैसे मिला बनाना स्विंग बॉलर का तमगा
वकार युनूस को बानाना(केला) स्विंग बॉलर के नाम से भी जाना जाता है। वकार रिवर्स स्विंग गेंदबाजी करने में माहिर थे। वह जब गेंद डालते थे तो उनके हाथ से गेंद रिलिज होने के बाद और बल्लेबाज तक पहुंचने तक एक केले का आकार बनाते थी। इस वजह से उन्हें बनाना स्विंग मास्टर का तमगा दिया गया था। अपनी इस लाजवाब स्विंग से उन्होंने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है।
सबसे पहले बॉल टेंपरिंग केस में सजा पाने वाले खिलाड़ी
अपनी गेंदबाजी से वकार ने खूब नाम कमाया, लेकिन उनकी एक हरकत ने उनके करियर पर बहुत बड़ा धब्बा लगा दिया। साल 2000 में श्रीलंका के खिलाफ एक टेस्ट में वकार ने गेंद के साथ छेड़छाड़ की थी और उनकी यह हरकत कैमरे में कैद हो गई थी। इसके बाद उन्हें दोषी मानते हुए आईसीसी ने एक मैच के बैन के साथ-साथ 50 प्रतिशत मैच फीस का भी जुर्माना लगाया था। इसी के साथ बॉल टेंपरिंग केस में वकार सजा पाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी भी बने।
एक हाथ में नहीं है छोटी उंगली
वकार ने 90 के दशक में अपनी गेंदबाजी से खूब कहर बरपाया, लेकिन बहुत कम ही लोग जानते हैं कि उनके एक हाथ की छोटी उंगली नहीं है। खबरों के मुताबिक जब वकार छोटे थे तो नहाने के लिए नदी में पुल से कूद गए थे इस दौरान उनका हाथ एक पत्थर से टकराया और उनकी उंगली टूट गई। तब से वकार के हाथों में 9 ही उंगलियां हैं।