पहले वनडे में भारत को उसके ही घर में 10 विकेट से मात देने के बाद ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एरॉन फिंच ने अपने गेंदबाजों की तारीफ की और कहा कि मध्य के ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों को रोकने से टीम को फायदा हुआ। भारत का शीर्ष क्रम एक बार फिर चला लेकिन मध्यक्रम ने एक बार फिर निराश किया। ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन ने 74 और नंबर-3 पर खेलने आए लोकेश राहुल ने 47 रनों की पारी खेली और दूसरे विकेट के लिए 121 रनों की साझेदारी की। मध्य के ओवरों में भारतीय बल्लेबाजी लड़खड़ा गई और टीम 49.1 ओवरों में 255 रनों पर ढेर हो गई।
ऑस्ट्रेलिया ने बिना कोई विकेट खोए यह लक्ष्य हासिल कर तीन मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली। फिंच ने मैच के बाद माना कि राहुल और धवन अगर टिके रहते तो भारतीय टीम बड़ा स्कोर कर जाती और उनका आउट होना हमारे लिए मैच में टर्निंग पॉइंट था।
फिंच ने कहा, "मुझे लगता है कि मध्य के ओवरों में हमारे गेंदबाजों ने जिस तरह से वापसी की उसने हमारी जीत में अहम भूमिका निभाई। राहुल और धवन जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे, उससे भारत बड़ा स्कोर कर सकता था। हमने जिस तरह से वापसी की, उस पर गर्व है।"
फिंच ने कहा कि भारत को भारत में हराने का अहसास अलग होता है।
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा, "मुझे लगता है कि हम फील्डिंग में और सुधार कर सकते हैं। मैदान थोड़ा गीला था। जब भी आप भारत को भारत में हराते हैं तो यह विशेष अहसास होता है।"
वार्नर के बारे में कप्तान ने कहा, "वह शानदार खिलाड़ी हैं। वह लंबे समय से रुक नहीं रहे हैं। यह उनका 18वां शतक था, 10 शतक तो उन्होंने बीते दो-तीन साल में लगाए हैं।"
फिंच ने कहा कि भारतीय टीम वापसी का दम रखती है। उन्होंने कहा, "भारत वापसी करेगा क्योंकि उनके पास सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से कुछ खिलाड़ी हैं। इसलिए हमें अपने खेल के शीर्ष पर रहना होगा।"
सीरीज का दूसरा मैच शुक्रवार को राजकोट में खेला जाएगा।