सिडनी| कोरोना महामारी के बीच क्रिकेट के दिग्गज से लेकर सभी यही चाहते हैं कि साल के अंत में होने वाली भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज खेली जाए। जिसके बारे में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने भी उम्मीद जताते हुए कहा कि इस साल के अंत में भारत के साथ बिना फैंस के खाली स्टेडियम में सीरीज खेलना मेजबान टीम के लिए फायदेमंद हो सकता है। साल के अंत में भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन वनडे और चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है।
ख्वाजा ने फॉक्स न्यूज से कहा, "यह निश्चित तौर पर फायदेमंद होगा। मुझे याद है कि जब वह आखिरी बार वनडे सीरीज के लिए यहां आए थे, तब भारतीय टीम को बड़ी तादाद में समर्थन मिला था।" गौरतलब है कि विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने साल 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में हराया था और वह ऐसा करने वाली पहली एशियाई टीम बनी थी।
इस सीरीज में भारतीय टीम को हर मैदान पर समर्थन मिला था।
ख्वाजा ने कहा, "खासकर मेलबर्न में। वहां जितने प्रवासी हैं, वो सभी थे और जब भारत शीर्ष पर होता है तो यह आपको इसका एहसास दिला देते हैं। यह अजीब एहसास है। जब आप भारत में होते हैं तो आप वहां उम्मीद करते हो कि आपको ज्यादा समर्थन नहीं मिलेगा लेकिन हम मेलबर्न, सिडनी में भी एकतरफ कर दिए गए थे।"
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उस समय ऑस्ट्रेलिया के पास उसके दो बड़े हथियार स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर नहीं थे। ख्वाजा ने माना कि उस सीरीज में भारत बेहतर टीम थी। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, "पिछली बार उनकी टीम शानदार थी। हम जीत सकते थे लेकिन चेतेश्वर पुजारा ने शानदार बल्लेबाजी की और कोहली ने बतौर कप्तान नेतृत्व किया था।"
ख्वाजा ने कहा, "उनकी गेंदबाजी भी काफी अच्छी थी। मैंने कभी भारत की गेंदबाजी इतनी अच्छी नहीं देखी।" उन्होंने कहा, "हमारे गेंदबाज शानदार फॉर्म में हैं और स्मिथ तथा वार्नर भी इस बार टीम में हैं। इसलिए बल्लेबाजी में थोड़ा अंतर है।"
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कोविड-19 के कारण हालांकि इस सीरीज पर काले बादल मंडरा रहे हैं।
( With agency input Ians )