पर्थ। आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर का मानना है कि भारत के साथ होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में वापसी करने के लिए उनकी टीम मानसिक और शारीरिक रूप से अपना सबकुछ झोंक देगी। एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया के प्रमुख तेज गेंदबाजों-मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और पैट कमिंस का न चल पाना लैंगर के लिए चिंता की बात थी। हालांकि, एडिलेड का विकेट स्पिनरों के थोड़ा अनुकूल था जहां भारत ने 31 रन से मैच जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन 36 डिग्री तापमान रहने की संभावना है। लैंगर का मानना है कि ऐसी परिस्थितियों में तेज गेंदबाजों का तालमेल टीम को सीरीज में वापसी करा सकती है।
लैंगर ने कहा, "एक तरफ जहां युवा खिलाड़ी हमारी मदद करेंगे हैं क्योंकि उनके पास शारीरिक ताकत होगी, लेकिन यह मानसिक रूप से टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए बहुत कुछ करने वाला है।" उन्होंने कहा, "आज सुबह मैंने मार्कस हैरिस से कहा कि जब आप 100 टेस्ट मैच खेलते हैं, तो टेस्ट क्रिकेट सच में थकाऊ हो जाता है। यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में हम जानते हैं और अगले कुछ दिनों में इस पर काम करेंगे। इस बार टीम की ट्रेनिंग कुछ अलग होगी।" मेजबान टीम को उम्मीद है कि पर्थ का विकेट तेज गेंदबाजों के अनुकूल होगी और यहां पर पांच दिन से पहले ही मैच का परिणाम आ सकता है।
लैंगर ने कहा, "पर्थ में पहले भी गति और ऊछाल देखने को मिला था। हम वनडे और टी-20 में भी देख चुके हैं कि तेज गेंदबाजों को यहां कितनी मदद मिली थी। सीमित ओवरों के क्रिकेट में भी हमें गति और ऊछाल देखने को मिला था।" उन्होंने कहा, "शुक्रवार का दिन गर्म रहेगा। मुझे लगता है कि यहां टॉस काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। हम पिच के हिसाब से ही टीम संतुलन पर काम कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि तेज गेंदबाजों को यहां स्विंग और गति से फायदा मिलेगा।"