भारत ने सात दशक में आस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली टेस्ट सीरीज जीतने की ओर मजबूत कदम बढ़ाते हुए रविवार को तीसरे क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन यहां 137 रन की जीत के साथ बोर्डर-गावस्कर ट्राफी अपने पास बरकरार रखी। भारत ने चार मैचों की सीरीज में 2-1 की अजेय बढ़त बना ली है। अब अगर सिडनी में सीरीज बरबार भी हो जाती है तो भी प्रतिष्ठित बोर्डर गावस्कर ट्राफी भारत के पास बरकरार रहेगी क्योंकि उसने 2017 में दोनों टीमों के बीच पिछली घरेलू सीरीज जीती थी। जहां भारत की ये टेस्ट क्रिकेट में 150वीं जीत थी तो वहीं ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट क्रिकेट में ये 222वीं हार थी। उससे अधिक हार सिर्फ इंग्लैंड (298) के नाम पर दर्ज हैं। लेकिन इस हार के साथ एक ऐसा शर्मनाक रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम दर्ज हो गया है जिसे वो कभी याद करना नही चाहेंगे।
दरअसल ऑस्ट्रेलिया ने साल 2018 में केवल तीन ही टेस्ट मैच जीते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि ऑस्ट्रेलियाई टीम 22 साल पहले भी इस शर्मनाक रिकॉर्ड को अपने नाम कर चुकी है। 1996 में भी ऑस्ट्रेलिया ने पूरे साल में केवल 3 ही टेस्ट मैच जीते थे। ऑस्ट्रेलिया ने साल की शुरुआत में 4 जनवरी को एशेज सीरीज के आखिरी मैच में सिडनी में इंग्लैंड को हराया था। ये ऑस्ट्रेलिया के लिए साल की पहली जीत थी। उसके बाद दूसरी जीत उसे हासिल हुई डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ और साल की आखिरी जीत अभी हाल ही में पर्थ में भारत के खिलाफ हासिल हुई। कुल मिलाकर ऑस्ट्रेलियाई टीम साल 2018 में केवल 3 ही टेस्ट मैच जीत पाई है। इससे पहले उसने 1996 में केवल तीन टेस्ट मैच जीते थे। एक कैलेंडर साल में ऑस्ट्रेलिया ने सबसे कम टेस्ट मैच जीतने के अपने ही रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
एमसीजी टेस्ट की बात करें तो भारत के 399 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए आस्ट्रेलिया की टीम लंच के बाद के सत्र में 261 रन पर ढेर हो गई। बारिश के कारण सुबह के सत्र में एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। भारत ने अंतिम दिन सिर्फ 4.3 ओवर में बाकी बचे दो विकेट चटकाकर जीत की औपचारिकता पूरी की। जसप्रीत बुमराह (दूसरी पारी में 53 रन पर तीन विकेट) और इशांत शर्मा (40 रन पर दो विकेट) ने अंतिम दिन बाकी बचे दो विकेट चटकाकर भारत को 150वीं टेस्ट जीत दिलाई। बुमराह ने मैच में 86 रन देकर नौ विकेट चटकाए जिसके लिए उन्हें मैन आफ द मैच चुना गया।
(with PTI input)