अबुधाबी। ऑस्ट्रेलिया ने शुरूआती झटकों के बाद शनिवार को यहां आईसीसी टी20 विश्व कप के सुपर 12 ग्रुप एक के शुरूआती मैच में दक्षिण अफ्रीका को दो गेंद रहते पांच विकेट से हराकर दो अंक अपने खाते में डाले। दक्षिण अफ्रीका की टीम शीर्ष क्रम चरमराने से बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद नौ विकेट पर 118 रन ही बना सकी थी। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी आस्ट्रेलियाई टीम की शुरूआत भी अच्छी नहीं रही थी। पर मार्कस स्टोइनिस (नाबाद 24) और मैथ्यू वेड ने (नाबाद 15) ने छठे विकेट के लिये नाबाद 40 रन जोड़कर 19.4 ओवर में पांच विकेट पर 121 रन बनाकर टीम को जीत दिलायी। आस्ट्रेलिया के लिये कोई बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका। स्टीव स्मिथ ने सबसे ज्यादा 35 रन बनाये। उसने चार रन के स्कोर पर दूसरे ही ओवर में कप्तान आरोन फिंच का विकेट गंवा दिया जो खाता भी नहीं खोल सके।
डेविड वार्नर की फॉर्म पर टूर्नामेंट से पहले उठाये गये सवाल जारी रहे, वह 15 गेंद में तीन चौके जमाकर 14 रन ही बना सके थे कि कागिसो रबाडा की शार्ट लेंथ गेंद को ड्राइव करने के प्रयास में प्वांइट पर कैच देकर पवेलियन पहुंच गये। आस्ट्रेलिया ने दूसरा विकेट 20 रन पर गंवाया। आस्ट्रेलिया को तीसरा झटका मिशेल मार्श (11) के रूप में लगा जो केशव महाराज की गेंद पर आसान कैच देकर आउट हुए। स्मिथ (35) और ग्लेन मैक्सवेल (18) जिस सहजता से खेल रहे थे तो ऐसा लग रहा था कि फार्म में चल रहे ये दोनों खिलाड़ी आस्ट्रेलिया को लक्ष्य तक पहुंचा देंगे।
आस्ट्रेलिया ने 80 रन पर स्मिथ के बाद 81 रन पर मैक्सवेल का विकेट गंवा दिया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिये 42 गेंद में 42 रन की साझेदारी की। स्मिथ (34 गेंद में तीन चौके) 14वें ओवर में नोर्किया की गेंद का शिकार बने जबकि मैक्सवेल (21 गेंद में एक चौका) को 15वें ओवर में तबरेज शम्सी ने बोल्ड किया। आस्ट्रेलिया का स्कोर 15वें ओवर में चार विकेट पर 81 रन था तो दक्षिण अफ्रीका का स्कोर सात विकेट पर 83 रन था। वेड (10 गेंद में दो चौके) और स्टोइनिस (16 गेंद में तीन चौके) ने 19वें ओवर में 10 रन जोड़े। अंतिम छह गेंद में आस्ट्रेलिया को जीत के लिये आठ रन चाहिए थे। स्टोइनिस ने अंतिम ओवर में दो रन लेने के बाद दो चौके लगाकर दो गेंद रहते जीत दिलायी।
इससे पहले कप्तान फिंच के टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण करने के फैसले को सही साबित करते हुए आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष क्रम को पस्त कर दिया। आस्ट्रेलिया के लिये जोश हेजलवुड ने चार ओवर में एक मेडन से 19 रन देकर दो विकेट झटके। एडम जम्पा ने 21 रन देकर दो विकेट हासिल किये। मिशेल स्टार्क हालांकि 32 रन देकर थोड़े महंगे रहे लेकिन दो विकेट चटकाने में सफल रहे। पैट कमिंस और मैक्सवेल ने एक एक विकेट प्राप्त किया। दक्षिण अफ्रीका ने शीर्ष क्रम के चरमराने के बाद लगातार अंतराल पर विकेट गंवाये। उसके लिये एडेन मार्कराम 40 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे। उनके अलावा कागिसो रबाडा ने नाबाद 19 और डेविड मिलर ने 16 रन का योगदान दिया।
कप्तान तेम्बा बावुमा (12) ने पहले ओवर में स्टार्क पर लगातार दो चौके लगाकर 11 रन जोड़े। पर मैक्सवेल ने अगले ओवर में बावुमा को बोल्ड कर अपनी टीम को पहली सफलता दिलायी। फिंच ने हेजलवुड को गेंदबाजी पर लगाया जिन्होंने पहली ही खूबसूरत गेंद पर रासी वान डर दुसेन (02) का विकेट हासिल किया। उनकी आफ स्टंप गेंद वान डर दुसेन का बल्ला चूमकर सीधे विकेटकीपर मैथ्यू वेड के हाथों में पहुंच गयी। दक्षिण अफ्रीका ने 16 रन पर दूसरा विकेट गंवा दिया। क्विंटन डिकॉक और ऐडन मार्कराम (40) सतर्क होकर खेलने की कोशिश कर रहे थे। हेजलवुड ने पांचवें ओवर में डिकॉक (07) को बोल्ड कर दक्षिण अफ्रीका को एक और बड़ा झटका दिया जिसका स्कोर तीन विकेट पर 23 रन हो गया।
हेजलवुड का यह ओवर मेडन रहा। दक्षिण अफ्रीका का पावरप्ले में स्कोर तीन विकेट पर 29 रन था। मार्कराम और हेनरिच क्लासेन ने दो ओवर संभलकर खेलकर निकाले। क्लासेन इस दौरान दो चौके लगाकर क्रीज पर जमने का प्रयास कर रहे थे। दोनों ने चौथे विकेट के लिये 23 रन जोड़ लिये थे कि क्लासेन आठवें ओवर में कमिंस की अंतिम गेंद को लेग साइड में खेलने की कोशिश में स्टीव स्मिथ को कैच देकर आउट हुए, इस तरह दक्षिण अफ्रीका ने 46 रन पर अपना चौथा विकेट खो दिया। 10 ओवर में दक्षिण अफ्रीका का स्कोर चार विकेट पर 59 रन था। दक्षिण अफ्रीका एक बड़ी साझेदारी की तलाश में था। मार्कराम और डेविड मिलर ने पांचवें विकेट के लिये 33 गेंद में 34 रन जोड़ चुके थे कि जम्पा ने अपने तीसरे ओवर में दो विकेट झटक लिये। यह दक्षिण अफ्रीका के लिये सबसे बड़ी साझेदारी रही। जम्पा ने 14वें ओवर में पहले मिलर को पगबाधा आउट किया जिसका इस बल्लेबाज ने रिव्यू लिया, पर यह फैसला गेंदबाज के हक में ही रहा।
फिर जम्पा ने क्रीज पर उतरे ड्वेन प्रिटोरियस को विकेटकीपर वेड के हाथों कैच आउट कराया और स्कोर छह विकेट पर 82 रन था। दक्षिण अफ्रीका के स्कोर में एक रन जुड़ा ही था कि केशव महाराज आते ही रन आउट हो गये। मार्कराम ने 17वें ओवर में हेजलवुड की गेंद को उठाकर डीप मिडविकेट पर पारी का पहला छक्का जड़ा और अगले ओवर में स्टार्क की गेंद को टाइमिंग नहीं करने पर आउट हो गये। उन्होंने 36 गेंद की पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया। कागिसो रबाडा ने अंतिम ओवर में रन गति को बढ़ाने के प्रयास में पारी का दूसरा छक्का लगाया। उन्होंने 23 गेंद में एक चौके और एक छक्के से नाबाद 19 रन बनाकर योगदान दिया। स्टार्क ने एनरिक नोर्किया के रूप में अपना दूसरा विकेट हासिल किया।